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बच्चों को गोद में लेकर हक की लड़ाई

जागरण संवाददाता, समालखा महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन के आवास का घेराव करने के लिए कस्बे से

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Feb 2018 07:48 PM (IST)Updated: Sat, 24 Feb 2018 07:48 PM (IST)
बच्चों को गोद में लेकर हक की लड़ाई

जागरण संवाददाता, समालखा

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महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन के आवास का घेराव करने के लिए कस्बे से तीन सौ के करीब आंगनबाड़ी हेल्पर व वर्कर रेल के जरिये सोनीपत के लिए रवाना हुई। इससे पहले उन्होंने सरकार के प्रति नारेबाजी कर अपनी भड़ास निकाली। इस दौरान कई वर्कर व हेल्पर छोटे छोटे बच्चों को गोद में लेकर पहुंची।

यूनियन की प्रदेशाध्यक्ष बिमला नैन ने कहा कि सरकार ने आंगनबाड़ी हेल्पर व वर्कर के साथ वायदा खिलाफी की है। सरकार की तरफ से कोई सुध नहीं ली जा रही है और ऊपर से उनको परेशान करने का काम किया जा रहा है। वहीं ब्लाक प्रधान राजबाला ने कहा कि हमारे साथ भेदभाव किया जा रहा है। सोलह तरह के रजिस्टर मैंटेन करती हैं लेकिन काम के बदले हमें जो वेतन दिया जाता है वो ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। इस अवसर पर सुदेश, राजबाला, रेखा, अनीता, कांता, केला, सुनीता, सुमन, रचना, आशा, कविता, मूर्ति, राजेश, शेर ¨सह, राजबीर, सुनील मौजूद रहे।

बच्चों को गोद में ले पहुंची : सोनीपत स्थित मंत्री के आवास का घेराव करने के लिए रेल से सोनीपत के लिए आंगनबाड़ी हेल्पर व वर्कर रवाना हुई। इस दौरान कई अपने छोटे छोटे बच्चों को गोद में लेकर पहुंची। जब आंदोलन में छोटे छोटे बच्चों को लेकर साथ जाने पर सवाल किया तो गांव बसाड़ा स्थित सेंटर नंबर 137 से आई रजनी हेल्पर व रेखा वर्कर ने हंसते हुए कहा कि जो मिलना है, इन्हीं के काम तो आना है। इन्हीं के लिए ही लड़ाई लड़ रहे हैं। बच्चे इतने ज्यादा छोटे है की पूरा दिन मां के बगैर रह नहीं सकते, इसलिए साथ लेकर आए हैं।


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