World Environment Day 2020: इस शहर में पौधों को बचाने के लिए दौड़ती है एंबुलेंस, पर्यावरण प्रहरी ने संभाली जिम्मेदारी
यमुनानगर में पौधों को बचाने के लिए एंबुलेंस दौड़ती है। 30 साल में 65 किस्म के ढाई लाख पौधे लगाए गए हैं। ये सब कुछ कर दिखाया पर्यावरण प्रहरी प्रोफेसर एसएल सैनी ने।
पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। जीवन भर पौधे लगाकर संरक्षण की जिम्मेदारी प्रोफेसर एसएल सैनी ने ठानी है। हरियाणा एनवायरमेंटल सोसायटी बनाकर पर्यावरण के क्षेत्र में 30 साल से कार्य कर रहे हैं। अब तक यह यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, अंबाला व पंचकूला के इलाकों में लोगों के सहयोग से करीब ढाई लाख पौधे लगा चुकी है। इनमें 65 तरह की किस्मों के फल फूलदार व औषधीय गुणों से युक्त पौधों को लगाया है। इतना ही नहीं, इन पौधों का पोषण भी संस्था कर रही है। देखभाल के लिए एंबुलेंस बनाई है जिसमें खाद व पानी रहता है।
एक केक एक पेड़ की मुहिम पर होगा काम
संस्था के अध्यक्ष हुडा सेक्टर 15 के प्रोफेसर एसएल सैनी का कहना है कि पौधरोपण आज के समय की जरूरत है। अधिक पौधे लगे, इसके लिए लोगों को साथ जोडऩा जरूरी था। इसके लिए एक केक, एक पेड़ की मुहिम चलाई है। संस्था ने लोगों को जागरूक कर अपने साथ जोड़ा। अब तक करीब 15 हजार लोग इस मुहिम से जुड़ चुके हैं। इतना ही नहीं किन्नर समाज के लोग भी संस्था के साथ जुड़े हैं।
दो साल में शून्य स्कोप फॉर ट्री प्लांटेशन पर होगा काम
प्रोफेसर एसएल सैनी का कहना है कि संस्था का मुख्यालय यमुनानगर में है। इसलिए यहां पर अधिक कार्य हो सका। जिला हरा भरा हो चुका है। अब आने वाले दो साल में ट््िवन सिटी को शून्य स्कोप फॉर ट्री प्लांटेशन के स्तर पर ले जाना है। इस स्तर पर जब हम पहुंच जाएंगे, तो कहीं भी पौधे लगाने की जरूरत नहीं रहेगी। कुरुक्षेत्र चैप्टर भी चार वर्ष पहले शुरू किया था। वहां पर ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ के पार्किंग एरिया, थीम पार्क, लघु सचिवालय परिसर, सेक्टर 5, सेक्टर 7 और सेक्टर 10 की गलियां सड़कें व पार्किंग एरिया में पौधरोपण का कार्य किया जा रहा है। आने वाले समय में अन्य एरिया में भी पौधरोपण का कार्य शुरू किया जाएगा। संस्था के स्टेट कनवीनर राहुल भारती के प्रयासों से एनआइटी कुरुक्षेत्र के साथ एमओयू साइन हुआ है। इसके तहत एनआइटी की टीम पौधों की देखरेख का कार्य करेगी।
करनाल में भी कार्य शुरू करने की प्लानिंग
आने वाले एक साल के अंदर ही संस्था करनाल जिले में भी पौधरोपण का कार्य शुरू करने की तैयारी कर रही है। इसके तहत वहां मौजूद लोगों से संपर्क किया जा रहा है। जिससे अभियान को गति दी जा सके।