करनाल में अजब गजब धोखाधड़ी, जमीन के फर्जी दस्तावेजों पर 5 बार अलग-अलग बैंकों से लिया एक करोड़ का लोन
करनाल में जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर पांच बार अलग-अलग बैंकों से एक करोड़ रुपये का लोन लिया। बिना लोन चुकाए ही जमीन बेचने की आड़ में एक करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी कर बेटे व पुत्रवधु को भेजा अमेरिका। आरोपित पंजाब के बटाला से किया गिरफ्तार।
करनाल, जागरण संवाददाता। जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करवा पांच बार बैंकों से लोन लेने व बिना लोन चुकता किए ही जमीन बेचने की आड़ में एक करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी किए जाने का मामला सामने आया है। सीआइए वन टीम ने आरोपित को पंजाब के बटाला से गिरफ्तार किया है। उसे वीरवार को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया।
पुलिस के मुताबिक ठगी होने के संबंध में मूर्ति देवी व उर्मिला वासी गांव असावरपुर जिला सोनीपत ने गांव बांसा वासी कुलवंत सिंह, पत्नी जगदीश कौर व बेटे गुरजंट तथा एक अन्य के खिलाफ गत 16 अप्रैल को एक शिकायत दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि उनका एक प्रोपर्टी डीलर के माध्यम से जमीन खरीदने के लिए आरोपित कुलवंत से संपर्क हुआ था। जिसके बाद दोनों पक्षों का गांव बांसा में 28 कनाल 18 मरले (3.5 एकड 18 मरले) जमीन का सौदा कुल एक करोड़ 13 लाख 80 हजार रुपये में तय हुआ था। आरोपितों द्वारा उस जमीन की रजिस्ट्री शिकायतकर्ता पक्ष के नाम करवा दी थी। जिसके कुछ समय बाद जब शिकायतकर्ता पक्ष उक्त जमीन का इंतकाल करवाने के लिये संबंधित पटवारी के पास गये तो उन्हे पता चला कि आरोपितों द्वारा अलग-अलग समय पर विभिन्न बैंकों से उक्त जमीन पर लाखों रुपये का लोन करवाया हुआ है। जिसके कारण संबंधित पटवारी ने उक्त जमीन का इंतकाल करने से मना कर दिया। यह देख वे सन्न रह गए। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया था।
मामले की जांच करते हुए सीआइए वन की टीम ने एएसआई सलेंद्र कुमार की अध्यक्षता में गुप्त सूचना पर छापेमारी कर आरोपित कुलवंत सिंह को पांच नवंबर को पंजाब के बटाला से गिरफ्तार किया । अगले दिन अदालत में पेश कर पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। इस दौरान आरोपित ने उक्त वारदात स्वीकार की।
पांच साल में एक ही जमीन के फर्जी दस्तावेजों पर लिया बैंकों से लोन
पुलिस के अनुसार आरोपित के खिलाफ वर्ष 2017 से लेकर वर्ष 2021 तक एक ही जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करवाकर अलग-अलग बैंकों से लाखों रुपये का लोन लेकर बैंको के साथ धोखाधड़ी करने के दर्ज हैं। जिसमें चार मामले थाना सिविल लाईन करनाल व एक मामला थाना सिविल लाइन कैथल में दर्ज हैं। इन पांचो मामलों में उसे जांच में शामिल किया जा चुका है और वह फिलहाल जमानत पर बाहर चल रहा था। आरोपित द्वारा वर्ष 2015 में स्टेट बैंक आफ बिकानेर एंड जयपुर शाखा से जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार करवारकर बैंक से धोखाधडी करके तीन बार 16-16 लाख रुपये का लोन करवाया था। इस संबंध में थाना सिविल लाईन में वर्ष 2017 में मामला दर्ज हैं।
कुलवंत व अन्य कई आरोपितों द्वारा वर्ष 2019 में आईडीबीआई बैंक शाखा से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दो करोड़ 61 लाख 46 हजार 596 रुपये का लोन लेकर धोखाधडी़ की थी। इस लोन राशि में आरोपित कुलवंत ने उक्त बैंक से धोखाधडी करके पांच लाख रुपये का लोन लिया था। इस संबंध में आरोपित के खिलाफ वर्ष 2019 में थाना सिविल लाईन में मामला दर्ज है। जांच में पता चला कि आरोपित ने धोखाधडी से प्राप्त राशि को अपने पुत्र व पुत्रवधू को अमेरिका भेज दिया तो बाकि राशि से अपना सारा कर्ज उतार दिया।