70 वर्ष बाद भी अमन-चैन की नहीं आजादी
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने आजादी के लिए स्वतंत्रता आंदोलन छेड़ा। राम राज्य की कल्पना की। पर ऐसा हो नहीं सका।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने आजादी के लिए स्वतंत्रता आंदोलन छेड़ा। राम राज्य की कल्पना की। राम राज्य से मतलब महज ¨हदू राज्य से नहीं था। आजादी के 70 वर्ष बीत गए लेकिन देश में अमन-चैन स्थापित नहीं हो सका। ¨हदू-मुस्लिमों में झगड़े खत्म नहीं हुए। महिलाओं को सुरक्षा की आजादी नहीं मिली। क्या इसी तरह की आजादी की कल्पना महात्मा गांधी ने की थी। देश के हालात इतने गंभीर हैं कि जातिवाद का जहर घोला जा रहा है। आरक्षण की मांग कर उसे आंदोलन का रूप दे रहे हैं। मैं नहीं समझती की देश को सच्चे मायने में आजादी मिली है। तीन तलाक पर कानून और आरक्षण पर फैसले से भविष्य में सुधार दिखेगा। युवा पीढ़ी को भविष्य उज्ज्वल नहीं दिख रहा है। वो सीधे विदेश जाकर बसने की बात कह देते हैं। युवा पीढ़ी पर देश का दायित्व है। गलत का विरोध कर नव भारत के निर्माण में योगदान देना चाहिए। सकारात्मक सोच का होना जरूरी है। गली मुहल्ले से लेकर कस्बे और शहर तक देशभक्ति की भावना फैलाना जरूरी है। देशभक्ति की भावना जगाने की जरूरत है। सीमाओं पर युद्ध लड़ कर ही देशभक्ति का दायित्व नहीं निभाया जा सकता है।
डॉ. संगीता गुप्ता, विभागाध्यक्ष, इतिहास संकाय, एसपी पीजी कॉलेज।