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अपहरण को दिखाई थी गुमशुदगी, अब तालाब से मिला शव, नपे एएसआइ

14 दिन पहले एक युवक लापता हो गया था। अब उसका शव तालाब से मिला। शव को बोरे में बांधकर तालाब में फेंका गया था। जांच अधिकारी एएसआइ को सस्पेंड कर दिया गया है।

By Ravi DhawanEdited By: Published: Fri, 07 Dec 2018 06:02 PM (IST)Updated: Fri, 07 Dec 2018 06:06 PM (IST)
अपहरण को दिखाई थी गुमशुदगी, अब तालाब से मिला शव, नपे एएसआइ
अपहरण को दिखाई थी गुमशुदगी, अब तालाब से मिला शव, नपे एएसआइ

पानीपत, जेएनएन। संदिग्ध हालात में 14 दिन पहले लापता युवक का शव बोरी में बंद लोहारी गांव के तालाब में मिला। परिजनों ने गांव के ही व्यक्ति, उसकी पत्नी और भाई पर हत्या का आरोप लगाया। जांच अधिकारी एएसआइ पर आरोपितों का साथ देने का आरोप लगा पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और चार घंटे बवाल काटा। एसपी सुमित कुमार ने मौके पर पहुंचकर एएसआइ को सस्पेंड किया। इसके बाद ही ग्रामीणों ने शव को उठाने दिया। घटना सुबह 11:30 बजे की है।

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फैक्ट्री में काम करने वाले लोहारी गांव के सूरज प्रकाश ने बताया कि उसका बड़ा बेटा चेतन उर्फ विवेक (18) गांव के अड्डे पर अमित की दुकान पर बर्गर बनाता था। 23 नवंबर की शाम को सात बजे गांव का सुनील उसके बेटे चेतन को धान का कट्टा उठवाने के लिए बुलाकर ले गया था। इसके बाद से चेतन का सुराग नहीं मिला। उसने 24 नवंबर को थाना इसराना में सुनील, उसकी पत्नी मोनिका और भाई सतीश के खिलाफ चेतन के अपहरण की शिकायत दी। 

अपहरण के बजाय गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की थी
एएसआइ सुभाष ने अपहरण के बजाय गुमशुदगी की शिकायत दर्ज की। आरोपितों को थाने बुलाकर छोड़ दिया और उन्हें क्लीन चिट दे दी। सुबह तालाब में बोरे में चेतन का गला-सड़ा शव मिला। दायां पैर गायब मिला। तालाब के साथ ही सुनील ने जमीन ठेके पर ले रखी है। उसने ही बोरे को पराली से ढक रखा था। चेतन का शव मिलने पर ग्रामीण भड़क गए। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों को भगा दिया।

 vivek file photo

चेतन की फाइल फोटो।

ग्रामीण एसपी को बुलाने पर अड़े
थाना प्रभारी आशीष कुमार और डीएसपी मुख्यालय सतीश कुमार वत्स ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। ग्रामीण एसपी को बुलाने पर अड़ गए। कहा कि आरोपितों की गिरफ्तारी और एएसआइ सुभाष के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक वे शव नहीं उठाएंगे। असंध रोड जाम करने और और इसराना थाने को आग के हवाले करने की चेतावनी दी।  शुक्रवार को पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई जाएगी।

14 दिन से काट रहे अफसरों के चक्कर
पीडि़त पिता सूरज प्रकाश ने बताया कि चेतन के अपहरण के बाद उन्होंने गांवों व शहरों में गुमशुदगी के पोस्टर चिपकाए। थाने, डीएसपी और एसपी कार्यालय के चक्कर लगाए। पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। सुरजप्रकाश ने बताया कि जब उसका बेटा चेतन 13 साल का था तब सुनील की पत्नी मोनिका उसे पठानकोट ले गई थी। वे तीन दिन बाद लौटे थे।  

चेतन और सचिन को दी थी मारने की धमकी
चेतन के चचेरे भाई सचिन ने बताया कि सुनील ने अपनी पत्नी मोनिका को किसी के साथ फोन पर बात करते देख लिया था। कहा था कि उसकी पत्नी को मोबाइल फोन चेतन ने दिया है। चेतन मोबाइल का कूपन रीचार्ज कराकर देता है। वह दोनों को मार देगा।

एएसआइ गवाहों देता था धमकी
सचिन ने कहा कि सुनील जब चेतन को साथ ले जा रहा था तब उसने, अमित, साहिल, टींकू, योगेश, कुलदीप, शिवम, सुमित व योगेश सहित 10 लोगों ने देखा था। एएसआइ सुभाष ने उससे और अन्य नौ गवाहों को गाली-गलौज की और झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। वह गाड़ी के तेल के रुपये मांगता था।

कब क्या हुआ

  • सुबह 11:30 बजे तालाब में चेतन का शव मिला। 
  • 12:30 बजे इसराना थाना प्रभारी आशीष कुमार पहुंचे।
  • 1:35 बजे डीएसपी मुख्यालय सतीश कुमार वत्स पहुंचे। 
  • 2:10 बजे एफएसएल टीम इंचार्ज नीलम आर्य पहुंची। 
  • 4:15 बजे एसपी सुमित कुमार पहुंचे। 

आरोपित हिरासत में
डीएसपी मुख्यालय सतीश कुमार वत्स ने बताया कि इसराना थाने में चेतन के लापता होने का मामला दर्ज था। इसमें हत्या की धारा जोड़कर आरोपित सुनील, मोनिका और सतीश को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मामले की जांच डीएसपी सिटी सतीश कुमार की अगुवाई में एसआइटी करेगी। सीआइए-1 प्रभारी भी टीम में शामिल है।


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