हरियाणा के स्कूलों में दाखिले शुरू, शिक्षा निदेशालय ने अब तक जारी नहीं की गाइडलाइन
हरियाणा के स्कूलों में बच्चों के दाखिले शुरू हो गए। इसे लेकर शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों के लिए अब तक गाइडलाइन जारी नहीं की। दाखिलों को लेकर गाइडलाइन जारी न होने से राजकीय स्कूलों में अटके नए दाखिले। शिक्षा निदेशालय ने अभी सिर्फ माडल संस्कृति स्कूलों के लिए भेजी गाइडलाइन।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। कुरुक्षेत्र में एक अप्रैल से राजकीय स्कूलों में प्रवेश उत्सव शुरू हो चुका है, लेकिन अभी तक शिक्षा निदेशालय की ओर से राजकीय स्कूलों में दाखिलों को लेकर कोई गाइडलाइन नहीं जारी की है। जिसके चलते जिलेभर के 742 राजकीय स्कूलों में नए दाखिलों नहीं हो पा रहे है। इसको लेकर स्कूल प्रिंसिपल व मुखिया गाइडलाइन को लेकर शिक्षा विभाग कार्यालय में संपर्क कर रहे है।
राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसिपल अश्विनी कौशिक ने बताया कि शिक्षा निदेशालय की ओर से एक अप्रैल को प्रवेश उत्सव शुरू हो चुका है। वहीं शिक्षा निदेशालय ने अभी सिर्फ राजकीय माडल संस्कृति प्राइमरी विद्यालयों और सीनियर सेकेंडरी विद्यालयों के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। जिला कुरुक्षेत्र में राजकीय माडल संस्कृति स्कूलों की संख्या 49 है। इनमें 44 प्राइमरी और पांच सीनियर सेकेंडरी स्कूल शामिल है। ऐसे में अन्य राजकीय स्कूल सिर्फ उन्हीं विद्यार्थियों का दाखिला कर पा रहे है, जो पहले ही स्कूल में पढ़ रहे है। लेकिन विद्यालय नए विद्यार्थियों का दाखिला करने में असमर्थ नजर आ रहे है। चूकि प्रत्येक वर्ष निदेशालय या शिक्षा विभाग ने नए विद्यार्थियों के लिए गाइडलाइन जारी करता है। जो गाइडलाइन अभी तक नहीं आई है।
प्रवेश उत्सव के लिए इतना खर्च मिला
निदेशालय ने प्रवेश उत्सव के लिए मात्र 500 रुपये प्रति स्कूल दिया खर्च शिक्षा निदेशालय की ओर से एक अप्रैल से प्रवेश उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाने के आदेश जारी किए है। लेकिन इसे धूमधाम से मनाने के लिए शिक्षा निदेशालय ने प्रत्येक स्कूल को मात्र 500 रुपये खर्च करने के लिए बजट दिया है। अगर देखा जाए तो 500 रुपये में एक फ्लेक्स भी तैयार नहीं होता। वहीं इन रुपयों में बच्चों के खान-पान का ध्यान कैसे रखा जाएगा।
माडल संस्कृति स्कूलों के लिए गाइडलाइन जारी
शिक्षा निदेशालय ने अभी माडल संस्कृति स्कूलों के लिए गाइडलाइन जारी किए है। इस सप्ताह में अन्य राजकीय स्कूलों के लिए भी गाइडलाइन जारी कर दी जाएगी। जिसके बाद राजकीय विद्यालयों में शिक्षक विद्यार्थियों के दाखिले दे सकेंगे।
-अरुण आश्री, जिला शिक्षा अधिकारी, कुरुक्षेत्र।