दिल्ली चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर हादसा, पानीपत में कोहरे की वजह से टकराईं 12 गाडि़यां
पानीपत में दिल्ली चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर हादसा हुआ। पानीपत में हाईवे पर 12 वाहन टकराए। पट्टीकल्याणा के पास हाईवे पर कोहरे की वजह से वाहन टकराए। एयरबैग की वजह से जान बच गई। कुछ लोगों को मामूली चोटें आईं।
समालखा (पानीपत), जागरण संवाददाता। नेशनल हाइवे-44 पर चौड़ीकरण कार्य के बीच बगैर रिफलेक्टर व दिशा सूचक के चलते वाहन चालकों के लिए कोहरा मुसीबत बन रहा है। वीरवार देर रात भी पट्टीकल्याणा के पास फ्लाईओवर उतरते ही निर्माण कार्य करने वाली कंपनी की तरफ से लगाए गए पत्थर व लोहे के बोर्ड से एक के बाद एक दर्जन भर वाहन टकराए। इस कारण कई लोगों को चोटें आई। कई गाड़ी का एयरबैग खुलने पर चोटिल होने से बचे। क्षतिग्रस्त वाहनों को क्रेन से हटाया गया। वहीं कंपनी अधिकारी का कहना है कि हजारों रुपये कीमत से हाईवे पर रिफलेक्टर लाइट लगाई गई थी, लेकिन चोर उतार ले गए।
पट्टीकल्याणा निवासी प्रवीन ने जागरण को बताया कि नेशनल हाईवे पर चौड़ीकरण का काम चल रहा है। कंपनी की ओर से गांव के पास कई जगहों पर काम अधर में छोड़ा गया है। ऐसे में वहां पर लोहे के बोर्ड व पत्थर तो रखे गए हैं, लेकिन उन पर रिफलेक्टर न लगे होने के कारण कोहरे के बीच दिखाई नहीं देते हैं। इस कारण वीरवार देर रात एक बजे के करीब शुरूआत में दो कारे आकर सीधे पत्थरों व लोहे के बोर्ड में टकराई। जैसे ही जोरदार आवाज हुई तो वह ढाबे से उनके पास पहुंचे। सभी को सकुशल बाहर निकाल, गाड़ियों को साइड में लगवाया। उसके बाद भी एकाएक सुबह होने तक कई वाहन आए और पत्थरों से टकराकर क्षतिग्रस्त होने के साथ उनमें सवार लोगों को भी चोट आई।
कई गाड़ियों में लगे एयरबैग खुलने पर सवारी गंभीर चोट लगने से बची। कोहरे के बीच हर रोज कहीं न कहीं हाइवे पर वाहन टकरा रहे हैं। लेकिन संबंधित कंपनी की ओर से इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहीं ट्रैफिक डीएसपी संदीप कुमार का कहना है कि हाईवे पर जहां काम चल रहा है, वहां दिशा सूचक, रिफलेक्टर लगाने के लिए संबंधित कंपनी अधिकारियों को कहा गया है, ताकि हादसे न हो। साथ ही चालकों को भी जागरूक किया जा रहा है।
लाइटें लगाई थी चोरी कर ली गई
जैक्सन कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट कमल धवन का कहना है कि पट्टीकल्याणा के पास हाईवे पर कई प्वाइंट पर रात में चमकने वाली लाइटें व रिफलेक्टर लगाए गए थे। रात में चोरी कर लिए गए। साथ ही रात में दो सेक्शन इंचार्ज व 20 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि किसी तरह का हादसा न हो। फिर भी जहां कमी है, उसे दूर किया जाएगा।