दर्दनाक हादसा, सड़क पर गड्ढा बना 10 लोगों के लिए काल, इस तरह हुआ था हादसा Panipat News
जींद में ऑटो के ऊपर तेल का टैंकर चढऩे से 10 लोगों की जान चली गई। हादसा सड़क में गड्ढा होने की वजह से हुआ।
पानीपत/जींद, जेएनएन। जींद से सात किलोमीटर दूर हांसी रोड पर सड़क पर बने गड्ढे ने दस लोगों की जान ले ली। इनमें आठ जवान सेना की भर्ती में हिस्सा लेकर वापस जींद लौट रहे थे। दो अन्य मृतकों में ऑटो ड्राइवर व जींद का 42 वर्षीय प्रवीन शामिल है। ऑटो व तेल टैंकर के बीच हुए इस वीभत्स हादसे पर पूरा प्रदेश गमगीन है। लेकिन पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के लापरवाह अधिकारियों पर जिम्मेदारी तय करने के लिए कोई बात नहीं कर रहा है। जींद डीसी ने भी सिर्फ यही कहा कि वह जांच के बाद ही इस बारे में कुछ कह पाएंगे।
गांव रामराय व राजपुरा भैण के बीच जगह यह हादसा हुआ, वहां हांसी से जींद की तरफ आते समय बाईं तरफ सड़क पर गहरा गड्ढा बना हुआ है। आसपास के खेतों के किसानों का कहना है कि यह गड्ढा लंबे समय से है, लेकिन अभी तक इसे भरा नहीं गया है। यहां से गुजरने वाले वाहन चालक गड्ढे से बचने के लिए वाहन को दाईं साइड कर लेते हैं। इसी कारण मंगलवार रात को यह हादसा हुआ।
सड़क पर बना गड्ढा ही हादसे का बड़ा कारण
बुधवार दोपहर घटनास्थल पर मौजूद नेशनल हाइवे ट्रैफिक पुलिस के एसआइ जयबीर ने कहा कि सड़क पर बना गड्ढा ही हादसे का बड़ा कारण लग रहा है। जिस ऑटो में जवान बैठे थे, उसके ड्राइवर ने गड्ढे से बचने के लिए ऑटो को दाईं साइड कर लिया होगा। सामने से तेल का कैंटर आ रहा था। उसकी स्पीड ज्यादा होने के कारण जब तक ऑटो दूसरी साइड होती, तब तक दोनों नजदीक आ गए और ऑटो को धकेलते हुए टैंकर दाईं साइड ले गया। मौके पर मौजूद कई लोगों ने बताया कि घटनास्थल पर रजवाहे की पुलिया भी है। इस कारण नजदीक आने पर ही दूसरी तरफ के वाहन दिखते हैं। टैंकर ने कंडक्टर साइड से ऑटो टक्कर मारते हुए पलट दिया और उसके ऊपर चढ़ गया। करीब आधे-पौने घंटे के बाद पुलिस ने हाइड्रा को बुलाया और उसने टैंकर का अगला हिस्सा ऊपर उठाया और मृतकों को बाहर निकाला गया।
भर्ती के लिए गए इन युवाओं की मौत
1. सुमित पुत्र सुभाष, गांव धड़ौली
2. रोबिन पुत्र दलबीर, गांव बूराडेहर
3. मगंल पुत्र राजबीर, गांव बूराडेहर
4. संजय पुत्र सतीश, गांव भिड़ताना
5. सजय पुत्र रणधीर, गांव पाजू कलां
6. दीपक पुत्र रणधीर, गांव पाजू कलां
7. भारत पुत्र राममेहर, गांव पिल्लूखेड़ा
8. अमित पुत्र सावर, गांव पिल्लूखेड़ा
9. प्रवीन, हाउसिंग बोर्ड, जींद
10. सोमी, ऑटो ड्राइवर, हांसी
डीसी बोले: सरकार को मुआवजे के लिए लिखी चिट्ठी
जींद के डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने कहा कि हादसा बहुत दर्दनाक है। उन्होंने सरकार को केस बनाकर भेजा है कि चुनाव आयोग मंजूरी दे तो सीएम राहत कोष से मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद दी जाए। सड़क पर लंबे समय से बने गड्ढे को बंद न करने और बीएंडआर के अफसरों पर कार्रवाई के बारे में उन्होंने कहा कि इसके लिए जांच की जाएगी। अगले तीन-चार दिन में जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
बीएंडआर के एक्सईएन, एसडीओ, जेई पर हो केस दर्ज: ढुल
गांव रामराय के एडवोकेट आनंद सिंह ढुल ने कहा कि दस लोगों की मौत के जिम्मेदार बीएंडआर के अधिकारी हैं। लंबे समय से सड़क पर गड्ढा बना हुआ है, लेकिन उसे भरा नहीं गया है। इस लापरवाही के कारण बीएंडआर के एक्सईएन नवनीत नैन, एसडीओ व जेई पर केस दर्ज किया जाए। जब तक इन लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक इस तरह के हादसे होते रहेंगे। एडवोकेट आनंद ने कहा कि एक्सईएन नवनीत कभी किसी का फोन भी नहीं उठाते हैं, इससे पूरा शहर परेशान है।
लचर परिवहन व्यवस्था, बस सर्विस होती तो बच जाती जिंदगी
लचर परिवहन व्यवस्था ने मंगलवार रात कई परिवारों की खुशियां छीन ली। अगर परिवहन व्यवस्था मजबूत होती और रात को बस सर्विस होती तो शायद 10 लोगों की जानें नहीं जाती। हिसार से जींद के लिए अंतिम बस छह बजे हैं। उसके बाद कोई बस जींद के लिए नहीं होने के कारण नौजवानों ने 43 किलोमीटर का सफर तय करने के लिए मजबूरी में ऑटो को बुक किया। जो उनका अंतिम सफर साबित हुआ। केवल जींद-हिसार मार्ग पर नहीं, बल्कि सभी रूटों पर बस सर्विस की यही स्थिति है। जींद से दूसरे जिलों में जाने के लिए भी देर शाम को कोई बस सर्विस नहीं है।