गैंगेस्टर से भिड़ने वाले पुलिसकर्मी को बंदर से पंगा लेना पड़ गया महंगा, ये हुआ अंजाम
नगर निगम की लापरवाही से दिल्ली पुलिस के एएसआइ को जान गंवानी पड़ गई। बस इस पुलिस वाले कसूर सिर्फ इतना था कि इसने बंदर से शर्ट छुड़ानी चाही। अगर निगम अभियान चलाता तो जान बच जाती।
पानीपत, जेएनएन। जलालपुर प्रथम गांव में शनिवार शाम पांच बजे बंदर के मुंह से शर्ट छुड़ाने के प्रयास में पूर्व सरपंच के एएसआइ पति की छत से गिरने से मौत हो गई। सतपाल को चार साल बाद दिल्ली पुलिस से सेवानिवृत्त होना था। परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
जलालपुर प्रथम गांव की पूर्व सरपंच कमलेश देवी के एएसआइ पति सतपाल सिंह (54) दिल्ली पुलिस में आनंद पर्वत थाने में कार्यरत थे। वे दोपहर बाद 3:45 बजे ड्यूटी से घर लौटे थे। छत पर गए तो वहां सूख रही शर्ट को बंदर ने मुंह में दबा रखा था। तीन-चार अन्य बंदर भी कपड़ों को फाड़ रहे थे।
बंदर के पीछे भाग से गिरे
सतपाल डंडा लेकर बंदरों के पीछे दौड़े और अनियंत्रित होकर छत से नीचे गली में गिर पड़े। इससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। परिजन उनको लेकर हैदराबादी अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सतपाल के परिवार में पत्नी, बेटी सुनीता (32), बेटा विजय (29), भाई सूबे सिंह, टेकचंद, हवा सिंह और रमेश हैं।