राजदार बनकर रह गई मौत, पड़ोसी छात्र और छात्रा ने दे दी जान Panipat News
चंदौली गांव में संदिग्ध हालात में छात्र और छात्रा ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। छात्र तीन बहनों में अकेला था जबकि छात्रा अपने मामा के घर रहकर पढ़ाई कर रही थी।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत के चंदौली गांव में पड़ोस में रहने वाले छात्र और छात्रा ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। दोनों ने जहर क्यों खाया, इसका पता नहीं चल सका। पुलिस ने इत्तेफाकिया कार्रवाई करते हुए शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दोनों के विसरा को मधुबन लैब भेजा गया है। इस घटना से चंदौली गांव में मातम छाया हुआ है।
घटना रात करीब आठ बजे की है। सोनीपत के घसौली गांव की शीतल (16) की मां का 2007 में देहांत हो गया था। इसके बाद से पिता जयकुमार भी लापता हो गए। उसका एक बड़ा भाई और बहन है। दो साल से शीतल चंदौली गांव में मामा बजिंद्र के पास 11वीं कक्षा में पढ़ती थी। उसी के स्कूल में चंदौली के किसान राममेहर का इकलौता बेटा रवि (16) भी पढ़ता था। रवि ने दसवीं के पेपर दिए थे। उसकी कंपार्टमेंट आई थी।
रवि का चंदौली और शीतल का घसौली में हुआ अंतिम संस्कार
शीतल और रवि ने अपने-अपने घर पर जहरीला पदार्थ खाया। शीतल की बरसत रोड स्थित आइबीएम और रवि की सनौली रोड स्थित मैक्स अस्पताल में मौत हो गई। रवि का चंदौली और शीतल के शव का घसौली गांव में अंतिम संस्कार किया गया। रवि तीन बड़ी बहनों का इकलौता भाई था। दो बहनों की शादी हो चुकी है। सेक्टर 13-17 थाना प्रभारी सुमित कुमार ने बताया कि शीतल और रवि ने जहर क्यों खाया इसका परिजनों को भी नहीं पता है। न ही दोनों की दोस्ती के बारे में किसी ने बताया है। धारा 174 के तहत कार्रवाई की गई है।