मोहताज नहीं सरकार के, गांवाेेंं से 70 लाख जुटाए, बेटों-बेटियों को सौंपे टैबलेट Panipat News
बुढ़ा खेड़ा लाठर गांव में भारत माता शक्ति सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। उसमें 12 गांवों के लोगों ने चंदा एकत्रित कर 70 लाख से ज्यादा रुपये एकत्रित किए।
पानीपत/जुलाना (जींद), जेएनएन : ग्रामीणों की एक पहल से सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों के चेहरे खिल उठे। उन्हें आगे पढऩे के लिए प्रेरित भी किया। दरअसल, 12 गांव के लोगों ने 70 लाख रुपये चंदा एकत्र किया और 25 गांवों के सरकारी स्कूलों के तीन सौ मेधावी विद्यार्थियों को टैबलेट देकर पुरस्कृत किया। इन विद्यार्थियों ने 80 फीसद अंक हासिल किए थे। इनके साथ ही इनके अभिभावकों और दो सौ शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। यह आयोजन हुआ जींद में जुलाना के बुढ़ा खेड़ा लाठर गांव में। यहां भारत माता शक्ति सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एसएस सरों मुख्य अतिथि थे।
ढाई एकड़ में लगा था टैंट
सम्मान समारोह के लिए ढाई एकड़ में टैंट लगाया गया। हजारों लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की गई। मुख्य अतिथि ने गांव में भारत माता स्पोट्र्स क्लब का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर अवसर पर जींद के जिला सत्र न्यायाधीश बलजीत, जींद के सीजेएम अरविंद बंसल, सिरसा के एडीजे हिसार वासी जसबीर कुंडू, पलवल के एडीजे बिमल कुमार, भिवानी के एडीजे अरविद नासिर, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के महासचिव कृष्ण ढुल, आनंद लाठर, डीडीपीओ राजेश कोथ, अजय लाठर उपस्थित थे।
सुंदर स्कूल को मिलेंगे डेढ़ लाख
शिव मंदिर कमेटी ने निर्णय किया है कि आगामी वर्ष में जुलाना ब्लॉक के सबसे ज्यादा सुंदर रख-रखाव वाले स्कूल को पुरस्कृत किया जाएगा। इसमें प्रथम रहने वाले स्कूल को डेढ़ लाख रुपये, द्वितीय को एक लाख और तृतीय को 50 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। कमेटी का मानना है कि सरकारी स्कूल की इमारत जनता के पैसे की बनी होती है और इसके रखरखाव अच्छा होगा तो बेहतर परिणाम मिलेंगे और इमारत की आयु लंबी होगी।
इन गांवों का रहा योगदान
बुढ़ा खेड़ा गांव की सरपंच कविता देवी ने बताया कि सभी ग्रामीणों और आसपास के 12 गांवों ने चंदा एकत्र किया है। गांव बुढ़ा खेड़ा, लजवाना कलां, करसोला, शादीपुर, जुलाना, ब्राह्मणवास, देशखेड़ा, राजगढ़, मालवी, कमाच खेड़ा, देवरड़, किलाजफरगढ़ आदि गांवों का योगदान है। कार्यक्रम को लेकर सौ वाङ्क्षलटियर की टीम बनाई गई।
बच्चों को करें शिक्षित : सरों
हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एसएस सारों ने कहा कि अगर मनुष्य ने अपने बच्चों को शिक्षित नहीं किया, तो उसने जीवन में कुछ नहीं किया। सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर और ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जुलाना हलके के गांवों ने अनूठी पहल की है। शिक्षकों को भी टैबलेट दिया गया है।
पूर्व मुख्य न्यायाधीश द्वारा सम्मानित किया जाना गौरव की बात है। आगे भी और मेहनत कर सफलता हासिल करेंगे। विद्यार्थियों के साथ अभिभावकों को सम्मानित करना अनूठी पहल है।
पूजा, छात्रा गांव पौली
आज से पहले किसी भी संस्था ने ऐसा कोई कदम नही उठाया था। बच्चों के साथ मुझे भी सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह से अभिभावकों में भी एक ऊर्जा पैदा होगी। अपने बच्चों की शिक्षा पर और ध्यान देंगे।
गुलाबो देवी, अभिभावक।
सम्मान समारोह से बच्चों में शिक्षा की ओर अधिक रुझान होगा। अन्य संगठनों को भी इस तरह के कार्यों में आगे आना चाहिए। इससे विद्यार्थियों में सरकारी स्कूल के प्रति एक आकर्षण बनेगा और बच्चों की संख्या सरकारी स्कूलों में ज्यादा होगी।
सुनीता रानी अध्यापिका।
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