47 की उम्र में सैनिक का नहीं टूटा पढऩे का हौसला, बाप-बेटी ग्रुप डी पास
47 साल के पिता और 25 साल की बेटी ने एक साथ ग्रुप डी की परीक्षा पास की। दोनों कैथल के रहने वाले हैं। पिता और बेटी की इस सफलता से गांव में खुशी का माहौल है।
कैथल [विक्रम पूनिया]। पिता सेना से रिटायर थे और बेटी एमएससी पास। बेटी तो पढ़ाई कर रही थी, लेकिन पिता ने भी नौकरी की चाहत में पढ़ाई नहीं छोड़ी। ग्रुप डी का विज्ञापन जारी हुआ तो दोनों ने फार्म भर दिया। एक दूसरे का हौसलाफजाई किया, लेकिन बेटी ने पिता को चैलेंज कर दिया। फिर क्या था, दोनों ने ऐसी तैयारी कि परिणाम चौकाने वाला आया। अब गांव में खुशी का माहौल है। जानिए आखिर ऐसा क्या हुआ, विस्तृत खबर के लिए पढ़ें दैनिक जागरण की ये खबर।
गुहणा गांव के 47 साल के पिता व 25 वर्षीय बेटी का हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ग्रुप डी की भर्ती में चयन हो गया है। पिता कृष्ण लाल व बेटी आरती के जज्बे को पूरा गांव सलाम कर रहा है। परिवार के साथ ही पूरे गांव में खुशी का माहौल है। बेटी तो पढ़ाई में बचपन से ही होशियार रही है, लेकिन पिता भी किसी से कम नहीं है।
रिटायर होने के बाद कोचिंग में जाकर की पढ़ाई
फौज में चालक हवलदार के पद से साढे तीन पहले रिटायर्ड हुए कृष्ण लाल एक दिन भी चैन से नहीं बैठे। नौकरी पाने के लिए वे घर पर तैयारी के साथ ही पिछले पांच महीने से कैथल में निजी संस्थान से कोचिंग भी ले रहे था। रिटायर होने के बाद से ही वे अन्य विभागों में नौकरी के लिए तैयारी कर रहे थे।
पुलिस में भी हो गया था चयन
इससे पहले उनका पुलिस में भी चयन हो गया था, लेकिन अंत में एक सेंटीमीटर कद के कारण बाहर निकाल दिया। इसके अलावा परिचालक भर्ती में भी वे वेटिंग में हैं। कृष्ण लाल के परिवार में उनकी पत्नी, दो लड़के व तीन लड़कियां हैं, जिनमें आरती बड़ी बेटी से छोटी है।
बेटी शुरू से ही रही क्लास में टॉपर
आरती का सपना शिक्षक बनने का है। वर्तमान में वे करनाल के दयाल सिंह कॉलेज से केमिस्ट्री में एमएससी कर रही है और पढ़ाई के साथ साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी। आरती के पढ़ाई के आंकड़े भी उसके अभी जीवन में बहुत आगे जाने की तसदीक करते हैं। आरती ने 88.8 प्रतिशत अंकों के साथ दसवीं, 88.6 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं, 74.5 प्रतिशत अंकों के साथ बीएससी व एमएससी के प्रथम वर्ष में भी 78.6 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। इसके अलावा उन्होंने एचटेट, सीटेट का पेपर दिया हुआ है और कई प्रतियोगी परीक्षाओं को पास किया हुआ।