प्लॉट घोटाले में सस्पेंड सुपरिटेंडेंट के समर्थन में कर्मचारियों ने किया वर्क सस्पेंड
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के फील्ड और ऑफिस कर्मचारियों ने वर्क सस्पेंड रखा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के फील्ड और ऑफिस कर्मचारियों ने सेक्टर-29 पार्ट-टू में 15 करोड़ के प्लॉट घोटाले में सस्पेंड सुपरिंटेंडेंट पृथ्वी ¨सह के समर्थन में मंगलवार को वर्क सस्पेंड कर दिया। यूनियन ने इसको दबाव में की गई कार्रवाई बताया है। दोबारा जांच की मांग उठाई है। एचएसवीपी के कार्यालय में पूरा दिन काम नहीं हुआ।
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के फील्ड और मिनिस्ट्रियल स्टाफ ने मंगलवार को सुबह ही वर्क सस्पेंड कर दिया। सभी कर्मचारी विरोध स्परूप कार्यालय से बाहर आ गए। प्रधान बलराज ने कहा कि सुप¨रटेंडेंट पृथ्वी ¨सह का सेक्टर-29 पार्ट टू के प्लॉट नंबर-300 का ऑक्यूपेशन सर्टिफिकेट जारी करने के मामले में कोई हाथ नहीं है। वे उस वक्त पानीपत में डिप्टी सुप¨रटेंडेंट थे। अब सोनीपत में सुपरिटेंडेंट हैं। अधिकारियों ने दबाव में आकर उन्हें सस्पेंड किया है। अधिकारी जांच होने पर पृथ्वी ¨सह के सस्पेंशन ऑर्डर को वापस लें। वे बुधवार को दोपहर बाद 1 से 2 बजे के बीच हड़ताल पर रहेंगे।
मामले में शिकायतकर्ता एडवोकेट जुग¨वद्र मलिक और जन आवाज सोसाइटी के प्रधान जो¨गद्र स्वामी ने अधिकारियों के फैसले के खिलाफ कर्मचारियों के वर्क सस्पेंड को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि प्लॉट नंबर 300 के सर्टिफिकेट घोटाले में अभी बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई होना बाकी है। चेंज ऑफ कॉन्सि्टट्यूशन में अधीक्षक पृथ्वी ¨सह, सहायक विनोद आसरी और संपदा अधिकारी विकास ढांडा के संयुक्त रूप से नाम दर्ज हैं। प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक ने जांच रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की है। बता दें कि इस मामले में दो जेई और एक फील्ड चौकीदार को पहले ही सस्पेंड कर मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है।