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कुरुक्षेत्र में बोले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, संस्‍कार के बिना आतंकवादी बनाती है शिक्षा

एनआइटी कुरुक्षेत्र के 17वें दीक्षांत समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे। समारोह में डिग्री के साथ विद्यार्थियों को श्रीमद्भागवत गीता दी गई।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 20 Feb 2020 11:34 AM (IST)Updated: Fri, 21 Feb 2020 11:01 AM (IST)
कुरुक्षेत्र में बोले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, संस्‍कार के बिना आतंकवादी बनाती है शिक्षा
कुरुक्षेत्र में बोले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, संस्‍कार के बिना आतंकवादी बनाती है शिक्षा

पानीपत/कुरुक्षेत्र, जेएनएन। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश को फिर से विश्व गुरु बनाने के लिए विद्यार्थियों को शिक्षा लेने के साथ चरित्र और संस्कारवान बनना होगा। अगर शिक्षा के साथ-साथ संस्‍कार नहींं सीखे तो शिक्षा किसी काम की नहीं। संस्‍कार के बिना शिक्षा आतंकवादी बनाती है। यहां के ऋषि-मुनियों से संस्कारों की शिक्षा मिली है और पूरे विश्व को अपना परिवार समझा है। देश को विश्व की महाशक्ति बनाने की बजाय विश्व गुरु बनाने में अपना फोकस रखना होगा। 

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वे बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) में 17वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इससे पहले शैक्षणिक शोभायात्रा के साथ केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह की मंच तक अगुवाई की। इसके बाद केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी, एक्सिस एयरोस्पेस एंड टेक्नोलॉजी के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एस रविनारायणन, कुरुक्षेत्र सांसद नायब सिंह सैनी, निट के निदेशक पदमश्री डॉ. सतीश कुमार व कुलसचिव डॉ. सुरेंद्र देशवाल ने दीप प्रज्वलित किया। विभिन्न संकायाओं में पीएचडी की डिग्री और उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करने वाले लगभग सौ विद्यार्थियों को सम्मानित किया। एक्सिस एयरोस्पेस एंड टेक्‍नोलॉजीज के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एस रविनारायणन को निट की ओर से डॉक्टेरेट ऑफ फिलोसिपी की डिग्री प्रदान कर सम्मानित किया। समारोह में बीटेक, एमटेक और विभिन्न कोर्सों के 1339 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई। 

NIT Kurukshetra

हरियाणा की बेटियों की आसमां तक गूंज

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि निट को स्पेस तकनीकी के लिए इसरो ने साझेदार बनाया है। यह कोई छोटी बात नहीं है। आज इसरो नासा को पूरी तरह टक्कर देने का काम कर रहा है। हरियाणा की पावन भूमि पर जन्मी कल्पना चावला व स्कवाडन लीडर मिंटी  अग्रवाल जैसी बेटियों ने पूरी दुनिया में नाम रोशन किया है। प्रदेश के हर गांव में सैनिक और सेना अधिकारी को जन्म देने का काम किया है। युवा डिग्री के बाद नौकरी तलाश करने की बजाय नौकरियां देने का काम करें। स्टार्ट अप इंडिया से जुड़कर काम करने वाला निश्चित ही देश की प्रगति में अपना योगदान देगा। उनको सरकारी के साथ निजी एजेंसियों को भी तकनीक हंस्तारित करने की छूट दी है। 

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जीवन मूल्यों को हासिल करना जरूरी

राजनाथ सिंह ने कहा कि सर्वांगिक विकास के लिए शिक्षा के साथ संस्कार और जीवन मूल्यों को हासिल करना जरूरी है। इन्हीं मूल्यों से जीवन को सुधार सकते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षित तो आंतकवादी भी होते है, लेकिन चरित्र और संस्कार के बिना वे लोगों की हत्याएं करना शुरू कर देते हैं। युवाओं को छोटे मन से नहीं बड़े मन के साथ काम करना चाहिए। छोटा मन रखने वाला विद्यार्थी बड़ा नहीं हो सकता और टूटे मन से काम करने वाला विद्यार्थी कभी अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सकता। 

NIT Kurukshetra

राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि व्यक्ति के लिए ज्ञान प्राप्त करना ही जरूरी नहीं है। भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की इसी धरती पर अर्जुन को गीता का संदेश दिया था। वे संदेश लेने के बाद भी कौरवों के साथ लडऩे को तैयार नहीं हुए तो भगवान श्रीकृष्ण ने उनको विराट रूप दिखाया था। इसमें पांडव सिहासन बैठे थे और कौरव धरती पर पड़े थे। अर्जुन ने कहा कि ऐसा है तो आप बिना लड़े ही यह ऐसा सब कर दो। तब भगवान श्रीकृष्ण ने कहा था कि कुछ पाने के लिए कर्म करना होगा। एक्सिस एयरोस्पेस एंड टेक्नोलॉजी के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एस रविनारायणन ने निट प्रशासन का डिग्री प्रदान करने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि डिग्री हासिल करने के बाद विद्यार्थी के एक नए जीवन की शुरुआत हुई है।

तो इसलिए दे गए सीख

एनआइटी में इंजीनियरिंग छात्रों को रक्षामंत्री सीख दे गए। उनका इशारा था कि कई ऐसे आतंकवादी थे जिन्‍होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। लेकिन, संस्‍कार की कमी के चलते उन्‍होंने गलत रास्‍ता चुना। 

एनआइटी में राजनाथ के संबोधन के मायने

ओसामा बिन लादेन , सिविल इंजीनियरिंग, लादेन ने सऊदी अरब के जेद्दाह स्थित किंग अब्दुल अजीज विवि और लंदन के कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग तथा प्रबंधन की पढ़ाई की थी।

यासिन भटकल : कर्नाटक के कॉलेज से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की

खुर्शीद मलिक : बीटेक

अब्दुल सुभान कुरैशी : अंग्रेजी मीडियम में पढ़ाई, पेशे से इंजीनियर और इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) का संस्थापक सदस्य।

हाफिज मुहम्मद सईद : इंजीनियर


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