हरियाणा की विनेश ने दिलाया देश को एक और गोल्ड, गांव में जश्न, सरकार देगी तीन करोड़
हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट ने भारत की झोली में गोल्ड मैडल डाला। विनेश ने जापान की पहलवान यूकी इरी को एकतरफा मुकाबले में 6-2 से हराया।
जेएनएन, चंडीगढ़। जकार्ता और पालेमबांग में चल रहे 18वें एशियन गेम्स में हरियाणा की पहलवान विनेश फौगाट ने भारत की झोली में गोल्ड मैडल डाला। विनेश ने महिलाओं की फ्रीस्टाइल 50 किग्रा वर्ग के खिताबी मुकाबले में जापान की पहलवान यूकी इरी को एकतरफा मुकाबले में 6-2 से हराया। इससे पहले गत दिवस भी हरियाणा के खिलाड़ी बजरंग पुनिया ने 65 किग्रा भार वर्ग में देश को पहला गोल्ड दिलाया था।
चरखी दादरी के गांव बलाली की रहने वाली विनेश ने जैसे ही गोल्ड मैडल जीता पूरा गांव जश्न में डूब गया। लोगों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर जीत का जश्न मनाया।
बता दें, विनेश पहलवान महावीर फौगाट के छोटे भाई राजपाल की बेटी है। पहलवान गीता फौगाट व बबिता कुमारी उसकी चचेरी बहनें हैं। शुरू में बेटियों को पहलवानी सिखाने चले उसके ताऊ और पिता को समाज व गांववालों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। समाज की परवाह किए बगैर महावीर फौगाट व राजपाल दोनों ही अपने फैसले पर डटे रहे। जब बेटियों ने पदक जीतने शुरू किए तो गांववालों का रवैया भी बदलने लगा।
विनेश की जीत पर जश्न मनाते परिजन।
विनेश ने एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में 48, 51 व 53 किलो भारवर्ग में एक सिल्वर व दो ब्रांज मेडल जीते हैं। ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में 48 किलो भारवर्ग में सोने का तमगा और इंचियोन एशियन गेम्स में इसी भारवर्ग में कांस्य पदक जीतकर उसने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। अब एशियाई खेलों में गोल्ड जीतकर विनेशन देश का मान बढ़ाया।
बजरंग और फौगाट के तीन-तीन करोड़ और एचसीएस-एचपीएस की नौकरी पक्की
इंडोनेशिया में जारी एशियाई खेलों में धमाल मचा रहे खिलाडिय़ों को प्रदेश सरकार पदकों के रंग के अनुसार सरकार नौकरी और कैश अवार्ड देगी। अभी तक पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फौगाट स्वर्ण पदक के साथ एचसीएस या एचपीएस की नौकरी के अलावा तीन करोड़ रुपये का नकद इनाम पक्का कर चुके हैं।
निशानेबाजी में रजत पदक जीतने वाले लक्ष्य श्योराण को डेढ़ करोड़ रुपये के अलावा ग्रुप ए की नौकरी मिलेगी। इसी तरह पहलवान सुमित कुमार 125 किलोग्राम फ्री स्टाइल, रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक 62 किलोग्राम फ्री स्टाइल और पूजा ढांडा 57 किलोग्राम फ्री स्टाइल में कांस्य पदक की उम्मीद जगाए हुए हैं। अगर यह पदक जीते तो 75 लाख रुपये के साथ सरकारी नौकरी पक्की हो जाएगी।
भारतीय दल में शामिल हरियाणा के खिलाडिय़ों के शानदार प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल और खेल मंत्री अनिल विज ने अलग-अलग ट्वीट कर उनका हौसला बढ़ाया। वर्ष 1976 के बाद पहली बार कुश्ती में देश को दो स्वर्ण मिले हैं और दोनों ही हरियाणवी पहलवानों ने दिलाए। विनेश पहली भारतीय महिला हैं जिन्होंने एशियाई खेलो में कुश्ती में स्वर्ण जीता।
मुख्यमंत्री और खेल मंत्री ने जकार्ता में 65 किलोग्राम भार वर्ग की फ्री स्टाइल कुश्ती में स्वर्ण विजेता बजरंग पूनिया, 50 किलोग्राम फ्री स्टाइल में गोल्ड विजेता विनेश फौगाट और पुरुषों की ट्रैप स्पर्धा में रजत विजेता निशानेबाज लक्ष्य की तारीफ में खूब पुल बांधे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि 18वें एशियाई खेलों में देश को दो स्वर्ण और एक रजत पदक दिलाकर हरियाणा के खिलाडिय़ों ने अच्छे प्रदर्शन की शुरूआत की है। उम्मीद है कि हरियाणा के खिलाड़ी इन खेलों में इसी तरह देश की झोली में और पदक लाकर प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। सभी खिलाडिय़ों को उनके पदक के अनुसार नौकरी और कैश अवार्ड दिया जाएगा।
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