Exclusive interview: सीएम मनोहरलाल बोले- हरियाणा को बनाएंगे उन्नत और आधुनिक प्रदेश
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल का कहना है कि उनका इरादा हरियाणा को उन्नत और आधुनिक प्रदेश बनाना है। हरियाणा दिवस पर उन्होंने खास बातचीत में अपने लक्ष्य के बारे में बताया।
चंडीगढ़। हरियाणा की दूसरी बार बागडोर संभालने वाले मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कहना है कि उनका इरादा प्रदेश को विकास के ऊंचे सोपान पर ले जाने का है। उनका लक्ष्य हरियाणा एक-हरियाणवी एक की अवधारणा से काम कर ऐसे प्रदेश बनाना है, जिसमें सभी सुखी, निरोग हों और भय रहित हों। उनका अगला फोकस महिलाओं की सुरक्षा, बच्चों की शिक्षा, युवाओं के लिए रोजगार और स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी करने पर है।
हरियाणा गठन के 53 साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री ने अपने लक्ष्य और सोच को सामने रखा। दैनिक जागरण के हरियाणा स्टेट ब्यूरो प्रमुख अनुराग अग्रवाल ने नए लक्ष्यों पर सीएम से बातचीत की। पेश है इसके प्रमुख अंश-
- पिछले पांच दशक में हरियाणा ने प्रगति के तमाम सोपान छुए। पांच साल आपकी भी सरकार रही। प्रदेश के लोगों ने फिर आपको मौका दिया। हरियाणा के विकास का क्या विजन रखते हैं?
- पिछले पांच सालों में हुए कामों की अगर बात करें तो काफी समय लग जाएगा। हमने अपने तमाम वादे पूरे किए। ऐसे काम भी किए, जिनके वादे नहीं किए थे। पढ़ी लिखी पंचायतें और महिला थाने हमारी परिकल्पना है, जिसे पूरा किया गया। आनलाइन तबादले और योग्यता के आधार पर नौकरियां हमारी बड़ी उपलब्धि रही हैं। हमारा अगला फोकस उत्तम स्वास्थ्य, उत्तम शिक्षा और युवाओं के सपनों को उड़ान देने पर है। इसके साथ ही गांव, गरीब और किसान की चिंता भी सरकार करेगी।
- एसवाईएल नहर निर्माण का मसला पिछले कई सालों से लटका हुआ है। आपने भी पिछले चुनाव घोषणा पत्र में इस नहर निर्माण का वादा किया था?
- आप थोड़ा अतीत में जाइए। देखेंगे कि दूसरे राजनीतिक दलों ने सिर्फ वादे किए थे, लेकिन हम अपने पांच साल के कार्यकाल में एसवाईएल नहर बनाने की उम्मीद को सिरे चढ़ाने में कामयाब हुए हैं। हमारे प्रयासों के चलते ही राष्ट्रपति संदर्भ पर सुनवाई पूरी हुई। सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के हक में फैसला सुनाया। केंद्र सरकार की कोशिश हरियाणा व पंजाब के बीच बातचीत से रास्ता निकालने की है। पिछले दिनों हुई मुख्यमंत्रियों की बैठक में भी यह मुद्दा उठा। पंजाब पर बातचीत के जरिये मसले के समाधान का दबाव बनाया गया। यदि बात नहीं बनती तो केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ेगा।
- हरियाणा में सरकारी नौकरियों में भेदभाव और पर्ची-खर्ची का सिस्टम बरसों पुराना है। आपकी सरकार ने इस पर अंकुश लगाने की कोशिश की। कितनी सफलता मिली?
- हरियाणा में अब योग्यता से नौकरियां मिलती हैं। पर्ची खर्ची का सिस्टम खत्म हो चुका है। अब जो जितना योग्य होगा उसे उसके हिसाब से ही नौकरी मिलेगी। हमने पांच सालों में 70 हजार से अधिक सरकारी नौकरियां दी। आगे भी यही सिलसिला चलता रहेगा। नौकरियों में पारदर्शिता, मैरिट और योग्यता की किसी सूरत में अनदेखी नहीं होने देंगे।
- हरियाणा में राजनीतिक शुचिता को कैसे देखते हैं। क्या आप मानते हैं कि राज्य में इस दिशा में राजनीतिक दल ईमानदार हैं?
- देखिए, हमने पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ चुनाव लड़ा। हर चुनाव में दल बदल होते हैं। इस बार भी हुए, लेकिन हमें किसी भी दल के नेता या विधायक अतवा पूर्व विधायक या पूर्व मंत्री को टिकट का प्रलोभन नहीं दिया। जो भी हमारे साथ जुड़ा वह हमारी सरकार और संगठन की नीतियों से प्रभावित होकर जुड़ा। राजनीतिक शुचिता हमारी पार्टी के एजेंडे में सवरेपरि है।
- हरियाणा में भ्रष्टाचार हमेशा से एक मुद्दा रहा है। अभी भी लोग मानते हैं कि भ्रष्टाचार कम नहीं हुआ है?
- हमने पूरे पांच साल जनता के हित में एक समान रूप से काम किए। फिर भी कुछ काम बाकी हैं। कुछ कामों को गति प्रदान करनी हैं। ऊपर के भ्रष्टाचार को हम काफी हद तक खत्म करने में कामयाब रहे हैं। अब हमारा लक्ष्य निचले भ्रष्टाचार को खत्म करने का है। पारदर्शी सिस्टम के जरिये इसे अपनाएंगे। भ्रष्टाचार को खत्म करने के अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और कौशल विकास के साथ-साथ रोजगार हमारी कार्य योजना का प्रमुख हिस्सा रहेंगे।
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