Haryana Congress Tussle: हरियाणा कांग्रेस में फिर खींचतान, हुड्डा को अब किरण चौधरी की चुनौती , शुरू करेंगी नई मुहिम
Haryana Congress Tussle हरियाणा कांग्रेस में एक बार फिर खींचतान शुरू हो गई है। पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अब किरण चौधरी की चुनौती का सामना करना पड़ेगा। किरण चौधरी अब हुड्डा के विपक्ष आपके द्वार के जवाब में किरण कार्यकर्ता के द्वार शुरू करेंगी।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Haryana Congress Tussle: हरियाणा कांग्रेस में एक बार फिर खींचतान बढ़ने के आसार हैं। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अब पूर्व मंत्री किरण चौधरी की चुनौती मिल रही है। हुड्डा को जवाब देने के लिए किरण चौधरी नई मुहिम शुरू करने जा रही हैं और वह पूर्व सीएम बंसीलाल के समर्थकाें को अपने साथ जोड़ेंगी।
विपक्ष आपके समक्ष के जवाब में किरण कार्यकर्ताओं के द्वार
वह हुड्डा के 'विपक्ष आपके द्वार' के जवाब में किरण कार्यकर्ताओं के द्वार' कार्यक्रम शुरू करेंगी। दरअसल किरण चौधरी अपने राजनीतिक विरोधियों से आरपार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। किरण चौधरी ने अपने खास समर्थकों की बैठक में इस लड़ाई की शुरुआत करने का अहम निर्णय लिया है। किरण चौधरी की यह लड़ाई उनके राजनीतिक विरोधियों को शिकस्त देने की रणनीति से जुड़ी तो है ही, साथ ही पार्टी में खुद का वर्चस्व बढ़ाने को लेकर भी है।
पहले चरण में फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, करनाल, गुरुग्राम और जींद में होंगे संवाद के कार्यक्रम
दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष एवं हरियाणा में आबकारी एवं कराधान तथा पर्यटन मंत्री रह चुकी किरण चौधरी राज्य के सभी जिलों में जाकर समर्थकों को एकजुट करेंगी। पहले चरण में उन्होंने पांच जिलों का चयन किया है। इन जिलों में फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, जींद, गुरुग्राम और करनाल शामिल हैं।
इन जिलों में किरण चौधरी अपनी पार्टी के मायूस वर्करों के घर जाएंगी। उनके साथ संवाद करेंगी। कार्यकर्ताओं के घर पर चार, दोपहर के भोजन और रात्रि ठहराव के कार्यक्रम रखे जाएंगे। रात्रि ठहराव के दौरान संवाद में पार्टी को मजबूत करने के साथ ही क्षेत्रीय रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा।
बंसीलाल समर्थकों के घर चाय पीएंगी किरण चौधरी, कार्यकर्ताओं के घर रात रुककर संवाद करेंगी
किरण चौधरी के गुरुग्राम फार्म हाउस पर हुई खास समर्थकों की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बंसीलाल और स्व. चौधरी सुरेंद्र सिंह के पुराने समर्थकों को भी एकजुट करने का निर्णय लिया गया है। किरण चौधरी स्वयं उनके घर जाकर न केवल पुरानी यादें ताजा करेंगी, बल्कि बंसीलाल के समर्थकों का हालचाल पूछते हुए उनके यहां चायपान करेंगी। पांच जिले पूरे होने के बाद अगले पांच जिलों में ऐसे ही कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साल भर चलने वाले इन कार्यक्रमों के आखिर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में जाने के बाद एकाएक सक्रिय हुई किरण चौधरी
बता दें कि कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में शामिल होने के बाद किरण चौधरी एकाएक सक्रिय हुई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हर जिले में विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम का आयोजन कर रखा है। किरण चौधरी के कार्यक्रमों को हुड्डा के विपक्ष आपके समक्ष की राजनीतिक काट के रूप में पेश किया जा रहा है। किरण के समर्थकों ने उनके दौरे को किरण कार्यकर्ताओं के द्वार का नाम दिया है। राज्य में पिछले कई सालों से पार्टी का संगठन नहीं बना है। संवाद के दौरान यह मुद्दा भी प्रभावी रूप से उठाया जाएगा।
भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की नाकामियों पर चर्चा होगी और पार्टी को मजबूत करने के तरीकों पर बातचीत की जाएगी। इन कार्यक्रमों के लिए राज्य स्तरीय कार्डिनेशन कमेटी का गठन कर दिया गया है। इसके अलावा आधा दर्जन कमेटियां और बनाई गई हैं, जिन्हें अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान सदस्य पंकज पुनिया ने बताया कि जिस तरह से कुलदीप बिश्नोई पार्टी छोड़कर चले गए हैं, कुमारी सैलजा को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है, रणदीप सिंह सुरजेवाला को राजस्थान से राज्यसभा का चुनाव लड़ना पड़ा है, उसके बाद से पार्टी के ही कुछ नेताओं को लग रहा कि राज्य में सिर्फ वही कांग्रेस है।
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किरण चौधरी और उनके खास समर्थकों ने ऐसी मानसिकता को तोड़ने के साथ ही कार्यकर्ताओं को एकजुट करने व भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार से लोगों को मुक्ति देने की लड़ाई आरंभ की है, जो आने वाले समय में बड़ी तेजी के साथ लड़ी जाती दिखाई देगी।