तिब्बती सांसदों ने जताई इच्छा, कहा- दलाई लामा व चीन विवाद खत्म कराने को भारत करे पहल
तिब्बती सांसदों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मीडिया सलाहकार से मिले। उन्होंने दलाई लामा व चीन विवाद खत्म कराने के लिए भारत से पहल करने की मांग की।
जेएनएन, चंडीगढ़। तिब्बत के सांसद चाहते हैं कि उनके देश की स्वाधीनता के लिए भारत को दलाई लामा और चीनी सरकार के दूतों के बीच बातचीत फिर से शुरू करने के लिए माहौल तैयार करे। तिब्बती पार्लियामेंट इन एग्जाइल के चार सदस्यीय सांसद प्रतिनिधिमंडल अपनी इन मांगों को लेकेर हरियाणा के दौरे पर है।
सांसदों का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलने पहुंचा, लेकिन उनके बद्रीनाथ यात्रा पर होने के कारण सीएम के मीडिया सलाहकार राजीव जैन से बातचीत हुई। प्रतिनिधिमंडल ने राजीव जैन को पटका भेंटकर अभिनंदन किया। इससे पहले हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। हरियाणा सरकार के मंत्रियों व सांसदों से मुलाकात के बाद तिब्बती प्रतिनिधिमंडल ने पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।
इस ज्ञापन में कहा गया है कि दलाई लामा और चीनी सरकार के दूतों के बीच बातचीत फिर से शुरू करने का समर्थन भारत करे तो बात बन सकती है। उन्होंने तिब्बत का प्राकृतिक पर्यावरण बचाने के लिए चीनी सरकार को राजी करने के प्रयास करने का आग्र्रह भी भारत से किया है। उन्होंने दलाई लामा को तिब्बत में आमंत्रित करने तथा तिब्बत में स्वाधीनता कायम करने के लिए भारत से ठोस प्रयास करने का अनुरोध किया है।
तिब्बती सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने अपने ज्ञापन में कहा है कि चीन की सरकार धर्म पर सख्त नियंत्रण बना रही है, जिससे तिब्बती भाषा, विरासत और संस्कृति को नुकसान पहुंच रहा है। इसलिए इन मसलों को चीन सरकार के सामने उठाया जाना चाहिए। उन्होंने भारतीय संसद और राज्य विधानसभाओं में तिब्बत से जुड़े कार्यक्रम और अभियान शुरू करने के प्रस्ताव पारित करने का अनुरोध भी किया है।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे सांसद दावा जेरिंग ने बताया कि भारत सरकार तिब्बत की जनता के लिए शैक्षिक सुविधाएं जुटाने के साथ-साथ प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से वित्तीय सहायता भी दे रही है। इससे लोगों के रहन-सहन का स्तर बढ़ा है। ये सांसद हरियाणा सरकार के मंत्रियों, विधायकों, सांसदों और नेताओं से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंप रहे हैैं, बल्कि अपने देश की मांग को भारत सरकार तक पहुंचाने का आग्र्रह उनके द्वारा किया जा रहा है।