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NHM कर्मचारियों और सरकार के बीच गतिरोध बरकरार, तीन दिन बढ़ी हड़ताल

दो सप्ताह से हड़ताल पर चल रहे NHM (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) कर्मचारियों और सरकार में गतिरोध टूटता नहीं दिख रहा।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 19 Feb 2019 12:54 PM (IST)Updated: Tue, 19 Feb 2019 06:21 PM (IST)
NHM कर्मचारियों और सरकार के बीच गतिरोध बरकरार, तीन दिन बढ़ी हड़ताल
NHM कर्मचारियों और सरकार के बीच गतिरोध बरकरार, तीन दिन बढ़ी हड़ताल

जेएनएन, चंडीगढ़। दो सप्ताह से हड़ताल पर चल रहे NHM (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) कर्मचारियों और सरकार में गतिरोध टूटता नहीं दिख रहा। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कर्मचारियों को सुविधाएं गिनाते हुए उन्हें काम पर नहीं लौटने की स्थिति में बर्खास्त करने की चेतावनी दी है। वहीं, NHM कर्मचारी संघ ने हड़ताल फिर तीन दिन के लिए बढ़ा दी है। संघ सभी जिलों में पोल खोल रैलियां कर रहा है।

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स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दोहराया कि NHM कर्मचारियों की सभी जायज मांगें पूरी की जा चुकी हैं और अब हड़ताली कर्मियों से सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने कहा कि 11 हजार 272 अनुबंधित NHM कर्मचारियों को औसतन 15 हजार रुपये महीना मानदेय दिया जा रहा है। एक जनवरी 2018 से सेवा नियम भी लागू कर दिए। चालू वित्त वर्ष में NHM कर्मचारियों के वेतन एवं भत्तों पर करीब 283 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, जबकि पहले सिर्फ 60 करोड़ रुपये खर्च होते थे। इन कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर महंगाई भत्ता और मकान किराया भी दिया जा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जो कर्मचारी हड़ताल की जिद पर अड़े हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अभी तक 2500 कर्मचारियों को हटाया गया है और जरूरी हुआ तो और भी कर्मचारी हटाए जाएंगे। हड़ताली कर्मचारी अच्छी तरह जानते हैं कि NHM केंद्र सरकार का प्रोजेक्ट है और उन्हें नियमित नहीं किया जा सकता, इसलिए उन्हें किसी के बहकावे में नहीं आकर ड्यूटी ज्वाइन करनी चाहिए।

हरियाणा NHM कर्मचारी संघ के प्रधान रेहान रजा ने साढ़े चार हजार कर्मचारियों की बर्खास्तगी का दावा करते हुए कहा कि नियमित नहीं होने तक हड़ताल जारी रहेगी। मांगों को लेकर मंगलवार से सभी जिलों में कर्मचारी चौबीसों घंटे धरना और आमरण अनशन शुरू किया जा रहा है। इसके अलावा पूरे प्रदेश में पोल खोल अभियान चलाकर लोगों को सरकार की दमनकारी नीतियों के बारे में बताया जाएगा।

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