एचसीएस अफसरों की वरिष्ठता सूची में होगा बदलाव, कई होंगे प्रमोट तो कई डिमोट
हाई कोर्ट के निर्देश के बाद हरियाणा की अफसरशाही में काफी बदलाव हो सकता है। हाई कोर्ट ने एचसीएस अफसरों की वरिष्ठता सूची में बदलाव का निर्देश दिया है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एक फैसले से कई आइएएस अधिकारियों की डिमोशन (पदावनत) होने के आसार बन गए हैं। हाईकोर्ट ने एचसीएस अधिकारियों की वरिष्ठता सूची पर सवाल खड़े करते हुए उसमें संशोधन के निर्देश दिए हैं। इसके बाद वरिष्ठता सूची में निचले पायदान पर चल रहे एचसीएस अधिकारियों के प्रमोट होकर आइएएस बनाने की संभावनाएं बढ़ गईं। कई ऐसे आइएएस अधिकारी दोबारा एचसीएस के पद पर पदावनत होंगे, जो वरिष्ठता का लाभ लेते हुए पदोन्नत हुए थे।
फतेहाबाद, पंचकूला, यमुनानगर और कैथल के डीसी की कुर्सी पर खतरा
हाईकोर्ट में एचसीएस अधिकारियों का वरिष्ठता से जुड़ा मामला पिछले छह साल से विचाराधीन था। इस कारण एचसीएस से आइएसएस की प्रमोशन का अधिकारियों का रास्ता रुका हुआ था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद फतेहाबाद, पंचकूला, कैथल व यमुनानगर के डीसी की कुर्सी जाना तय है, क्योंकि एचसीएस से आइएएस बने यह अधिकारी अब नई वरिष्ठता सूची में निचले पायदान पर चले जाएंगे। इसके अलावा कई और भी अधिकारी हैं, जो आइएसएस से दोबारा एचसीएस बनेंगे। फतेहाबाद में जयकिशन अबीर, पंचकूला में मुकुल कुमार, यमुनानगर में गिरीश अरोड़ा और कैथल में धर्मवीर डीसी के पद पर कार्यरत हैं।
एचसीएस अधिकारियों की वरिष्ठता सूची में बदलाव से कई अफसर होंगे प्रमोट तो कई होंगे डिमोट
रिटायर्ड एचसीएस अधिकारी अरविंद मल्हान दोबारा नौकरी ज्वाइन कर एक साल तक आइएएस के पद पर काम कर सकेंगे। हरियाणा में अभी काफी एचसीएस अधिकारी ऐसे हैं जो पुरानी वरिष्ठता सूची के हिसाब से कम महत्व के पद पर नियुक्त हैं। लेकिन हाई कोर्ट के आदेश के बाद वीरेंद्र कुमार, अशोक गर्ग, नरहरि बांगड़ और जगदीप सिंह जैसे एचसीएस अधिकारी जो अब तक वरिष्ठता सूची में नीचे थे, टाप पर आकर आइएसएस बन सकेगे।