बरवाला में सामुदायिक केंद्र के नाम का मुद्दा गर्माया
वभिन्न राजनेताओं ने राजपूत समुदाय की मांग का समर्थन किया है। जननायक जनता पार्टी के जिला शहरी प्रधान ओपी सिहाग ने मांग की है कि बरवाला में सामुदायिक केंद्र का नाम महाराणा प्रताप के नाम पर रखा जाए।
जागरण संवाददाता, पंचकूला: बरवाला के सामुदायिक केंद्र का नाम महाराणा प्रताप के नाम पर रखने को लेकर हुए बवाल के बाद अब राजनीतिक पार्टियां भी मैदान में उतरी गई हैं। विभिन्न राजनेताओं ने राजपूत समुदाय की मांग का समर्थन किया है। जननायक जनता पार्टी के जिला शहरी प्रधान ओपी सिहाग ने मांग की है कि बरवाला में सामुदायिक केंद्र का नाम महाराणा प्रताप के नाम पर रखा जाए। लंबे समय से राजपूत समुदाय यह मांग कर रहा था और उन्हें आश्वासन दिया था कि जब सामुदायिक केंद्र बनकर तैयार हो जाएगा, तो इसका नाम महाराणा प्रताप के नाम पर रखा जाएगा, परंतु ऐसा न करके भाजपा सरकार ने एक महान योद्धा का अपमान किया है। सामुदायिक केंद्र में लिखवाई जाए महाराणा प्रताप की गौरवगाथा
कांग्रेस के पूर्व उपप्रधान तरसेम गर्ग ने कहा कि सामुदायिक केंद्र का नाम महाराणा प्रताप के नाम पर न रखकर भाजपा सरकार ने राजपूत समाज से अन्याय कर रही है। ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की सेक्रेटरी नंदिता हुड्डा ने कहा कि हम मांग करते हैं कि न सिर्फ सामुदायिक केंद्र का नाम महाराणा प्रताप के नाम पर रखे, बल्कि उनकी गौरवगाथा भी लिखवाई जाए। राजपूत समाज के लोगों में सरकार व प्रशासन के खिलाफ रोष
राजपूत समाज के नेता बलवान सिंह ठाकुर, मनोज राणा ने बताया कि यह जमीन पंचायत को राजपूत समाज के लोगों ने दी थी। उक्त जमीन पर बनाए गए सामुदायिक केंद्र का नाम सरकार व प्रशासन को महाराणा प्रताप के नाम से रखना चाहिए था और समाज के लोग काफी लंबे समय से अपनी मांग करते आ रहे थे लेकिन सरकार व प्रशासन ने इसका नाम महाराणा प्रताप नहीं रखा जिसको लेकर राजपूत समाज के लोगों में रोष है, जिस कारण लोगों ने रोष प्रदर्शन किया था।