थाईलैंड ने हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से जानी कोविड महमारी से निपटने की रणनीति
थाईलैंड के पूर्व उप प्रधानमंत्री सुवित खुनखिती व जनस्वास्थ्य उप मंत्री साथित पितुतेचा ने हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने विज से कोविड से निपटने की रणनीति के बारे में जाना ।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। थाईलैंड की सरकार महामारी से निपटने के लिए हरियाणा में किए गए इंतजामों की कायल है। गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने थाईलैंड के पूर्व उपप्रधानमंत्री सुवित खुनखिती और जनस्वास्थ्य उप मंत्री साथित पितुतेचा ने भरोसा दिलाया है कि जरूरत पड़ी तो प्रदेश सरकार पूरी मदद करेगी।
थाईलैंड के प्रतिनिधियों के साथ वेबिनार में हरियाणा की रणनीति साझा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बुधवार को कहा कि लाकडाउन के प्रभावी कार्यान्वयन, मालीक्यूलर परीक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना और कोविड देखभाल केंद्रों में बढ़ोतरी, आक्सीजन हेल्पलाइन, टेली-मेडिसिन, गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के लोगों का मुफ्त इलाज, राज्य और जिलास्तरीय समितियों के गठन, ग्राम सामान्य स्वास्थ्य जांच योजना के जरिये संक्रमण को रोकने व लोगों की जान बचाने में मदद मिली। टीकाकरण अभियान से भी वायरस का खतरा कम हुआ है। अब तक करीब एक करोड़ 40 लाख लोगों को कोरोना से बचाव की खुराक दी जा चुकी है।
विज ने बताया कि बुनियादी ढांचे की कमियों को दूर करने के लिए 40 हजार से अधिक बिस्तरों वाले डेडीकेटिड कोविड केयर सेंटर स्थापित किए गए हैं। 24 हजार से अधिक कोविड बेड उपलब्ध कराए गए हैं। सभी सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर और बाई-पैप सेवाओं के साथ आइसीयू बेड स्थापित किए गए हैं। कोविड रोगियों के इलाज के लिए आवश्यक उपकरणों व दवाओं की खरीद के साथ ही मानव संसाधन में अंतर को पाटने के लिए एक हजार से अधिक चिकित्सा और पैरा-मेडिकल कर्मियों की भर्ती की गई है। आशा वर्करों द्वारा घर-घर सर्वेक्षण के जरिये एक करोड़ 30 लाख लोगों की जांच की गई। इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी के लगभग 30 हजार रोगियों का निदान किया गया। ई-संजीवनी और टेली परामर्श सेवाएं शुरू की गईं।
अफसरों ने दी प्रस्तुति
बेविनार में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा और विशेष सचिव प्रभजोत सिंह ने व्यापक प्रस्तुति दी। चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम ने कहा कि संकट की घड़ी में राज्य की पूरी मशीनरी हरकत में आई और कम समय में ही प्रयोगशालाएं स्थापित करने में सफल रही। डाक्टरों की टीम, विशेष रूप से डा. ध्रुव चौधरी और डा. सुशीला कटारिया ने स्थिति को संभालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्वास्थ्य महानिदेशक वीना सिंह ने एक प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने महामारी से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों को साझा किया। उन्होंने बताया कि प्रभावी कोविड प्रबंधन रणनीतियां फायदेमंद साबित हुई हैं।