खेल मंत्री ने खेल स्टेडियम और दो सेंटरों का किया औचक निरीक्षण
हरियाणा के खेल एवं युवा मामले के मंत्री संदीप सिंह ने सोमवार को किया औचक निरीक्षण।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : हरियाणा के खेल एवं युवा मामले के मंत्री संदीप सिंह ने सोमवार को पंचकूला में औचक निरीक्षण किया और खिलाडि़यों को मिल रही सुविधाओं और हो रही असुविधाओं के बारे में जांच पड़ताल की। सुबह ही धुंध के बीच अचानक खेल मंत्री अपने पर्सनल स्टाफ के साथ ताऊ देवीलाल खेल स्टेडियम पहुंच गए। उन्होंने स्टेडियम का निरीक्षण किया और एथलेटिक ट्रैक को देखा। कुछ खिलाडि़यों से भी बातचीत की। खिलाड़ियों से उनकी समस्याओं के बारे में जाना। कुछ खिलाडि़यों ने ट्रैक को लेकर हो रही समस्या पर जानकारी भी दी। कोचों से भी बातचीत की। एक ताइक्वांडो कोच हरजिद्र सिंह ने अपनी मांगें रखीं। खेल प्रशिक्षकों से बातचीत की। खेल मंत्री ने इसके बाद सेक्टर-20 स्थित गुरुकुल स्कूल में चल रही टेबल टेनिस सेंटर और सेक्टर-11 के मानव मंगल स्कूल में जिमनास्टिक सेंटर का निरिक्षण किया। ताऊ देवीलाल खेल स्टेडियम में खेल मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए की प्रेक्टिस के समय सिर्फ खिलाड़ी ही ट्रैक का इस्तेमाल करें, बाकि किसी को ट्रैक पर न आने दिया जाए, जिससे खिलाड़ी बेहतर तरीके से प्रेक्टिस कर सकें। खिलाड़ियों को दी जाएंगी बेहतर सुविधाएं
इस दौरान गुरुकुल स्कूल में चल रही टेबल टेनिस नर्सरी में सिर्फ 2 और मानव मंगल स्कूल में जिमनास्टिक नर्सरी में 6 खिलाड़ी मिले। प्रदेश भर की खेल नर्सरियों और स्टेडियमों का औचक निरीक्षण कर वहां के हालात का जायजा लेने के क्रम में खेल मंत्री सोमवार सुबह करीब पौने सात बजे शाहबाद से पंचकूला के ताऊ देवीलाल स्टेडियम पहुंचे। खेल मंत्री के औचक निरीक्षण के दौरान फुटबॉल कोच पूजा, वालीबॉल कोच रमेश, एथलेटिक्स कोच नसीम व वीरेंद्र और राजबीर उपस्थित मिले। इस दौरान बास्केटबॉल और जूडो के कोच अनुपस्थित मिले। सूत्रों के अनुसार यह दोनों ही कोच छुट्टी पर चल रहे हैं। खेल मंत्री ने कहा कि उनका उद्देश्य खिलाडि़यों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध करवाना है, ताकि खेलों में हरियाणा और आगे बढ़ सके और खिलाड़ी अधिक से अधिक मेडल जीत सकें। खेल मंत्री ने कहा कि जो कोच अपनी ड्यूटी को ईमानदारी से नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। जिला खेल अधिकारी पर लगा था ओराप
गुरुकुल स्कूल सेक्टर-20 के डायरेक्टर संजय थरेजा ने बताया कि उनके स्कूल में टेबल टेनिस का सरकारी सेंटर चलता है। धुंध और पेपर की वजह से आज सुबह खिलाड़ी कम थे। जिस समय खेल मंत्री आए, उस समय दो ही खिलाड़ी पहुंचे थे और सरकारी कोच मिनाक्षी मौजूद थीं। टेबल टेनिस सुबह 6 से 8 बजे तक और शाम 3 से 6 बजे तक ट्रेनिग दी जाती है। गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व एथलेटिक ट्रैक को लेकर खिलाड़ियों ने जिला खेल अधिकारी पर आरोप लगाए थे कि वह उन्हें प्रेक्टिस नहीं करने देतीं। जिसके बाद एथलेटिक ट्रैक सुर्खियों में आ गया था और यह मामला खेल मंत्री तक पहुंच गया था।