हरियाणा के सिखों को मिला सरकार का साथ, गोलक का पैसा गुरुघरों में ही लगेगा, अगले चुनाव तक दादूवाला प्रधान
एचएसजीपीसी के हक में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हरियाणा के सिख नेताओं ने एकजुटता दिखाई। एचएसजीपीसी के पूर्व अध्यक्ष जगदीश झींडा ने साथियों के साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की। झींडा बोले बेशक कानून हुड्डा ने बनाया लेकिन इसे मनोहर लाल ने ही लागू करवाया।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा की अलग सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGPC) के हक में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद राज्य के सिख नेताओं में एकजुटता बन गई है। HSGPC के मौजूदा प्रधान बलजीत सिंह दादूवाल और पूर्व प्रधान जगदीश सिंह झींडा मिलकर हरियाणा के गुरुद्वारों का प्रबंधन संभालने के लिए तैयार हो चुके हैं।
HSGPC के नए सिरे से चुनाव कराने में अभी डेढ़ साल का समय बाकी है। तब तक बलजीत दादूवाल HSGPC के प्रधान पद का दायित्व संभालते रहेंगे। पूर्व प्रधान जगदीश झींडा और उनकी टीम दादूवाल को समर्थन करेंगे। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सिख नेताओं की इस एकजुटता पर मुहर लगाई है।
HSGPC के पूर्व प्रधान जगदीश झींडा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलने पहुंचे सिख नेताओं को भरोसा दिलाया गया कि राज्य के गुरुद्वारों का प्रबंधन संभालने में हरियाणा सरकार की ओर से जो भी मदद होगी, वह की जाएगी। राज्य के गुरुद्वारों की गोलक में आने वाला पैसा राज्य के गुरुद्वारों के प्रबंधन पर ही खर्च होगा और इसके अलावा सरकार की ओर से समय-समय पर पूरी मदद की जाती रहेगी।
प्रदेश भर से सिख संगत और हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का प्रतिनिधि मंडल आज भेंट करने चंडीगढ़ पहुँचा।
सर्वोच्च न्यायालय में HSGPC के हक में आये फैसले को लेकर सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। pic.twitter.com/tupEzSTKwk— Manohar Lal (@mlkhattar) September 23, 2022
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के हरियाणा में 11 सदस्य हैं, जिनमें से आठ सदस्य शुक्रवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार जताने चंडीगढ़ पहुंचे। करनाल के सांसद संजय भाटिया इन सिख नेताओं के साथ रहे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और HSGPC के पूर्व प्रधान जगदीश झींडा की बैठक में तय किया गया कि यदि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अदालत में चुनौती देती है तो हरियाणा सरकार दोबारा से मजबूत पैरवी करेगी।
जगदीश झींडा ने कहा कि 2014 में भले ही हरियाणा की अलग गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का कानून पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बनाया था, लेकिन इस कानून की खामियों को दूर कराने तथा उसे मजबूती के साथ लागू करने का काम मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया है।
जगदीश झींडा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा सरकार ने HSGPC की मजबूत पैरवी की। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री व गृह मंत्री से बात की और बढ़िया वकील सुप्रीम कोर्ट में खड़े किए, जिससे हरियाणा के सिखों को उनका पूरा हक मिल सका है। बैठक में शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य सरदार भूपेंद्र सिंह, बाबा सुखदेव, संत बाबा गुरमीत सिंह, हरपाल सिंह, रणवीर सिंह, हरप्रीत सिंह नरूला, जरनैल सिंह, जगदेव सिंह गाबा शामिल हुए।
जनरल हाउस की बैठक में करेंगे अगला फैसला : जगदीश झींडा
HSGPC के पूर्व प्रधान जगदीश झींडा ने कहा कि अगले चुनाव तक बलजीत सिंह दादूवाल HSGPC के प्रधान बने रहेंगे। अभी चुनाव में डेढ़ साल का समय है। नई वोट बननी हैं। 40 हलकों का सीमांकन होना है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले की कापी आने के बाद हरियाणा सरकार से सलाह मशविरा कर जनरल हाउस की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें तय होगा कि हरियाणा के गुरुद्वारों का प्रबंधन कैसे चलाया जाना है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने व्यक्तिगत रुचि लेकर जिस तरह से हरियाणा के सिखों की सुप्रीम कोर्ट में पैरवी की है, वह एक बड़ी मिसाल है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरुद्ध SGPC यदि कोर्ट में जाए तो यह उसका अधिकार है, लेकिन हमें लगता है कि सुप्रीम कोर्ट की डबल बेंच के फैसले को चुनौती देने का SGPC को कोई फायदा नहीं मिलने वाला है।
हम आगे भी हरियाणा के सिखों के साथ : मनोहर लाल
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सिख नेताओं के साथ बैठक के दौरान कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के सिखों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए प्रदेश के लिए अलग से शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन के हक में जो निर्णय सुनाया है, वह राज्य के सिखों की वैचारिक फतेह है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सिखों की भावनाओं की कद्र करते हुए सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा में अलग से शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन के केस की अच्छे से पैरवी की। जब पटना साहिब व दिल्ली राज्य की अलग से शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी बन सकती है तो हरियाणा की क्यों नहीं। हरियाणा के गुरूद्वारों का भी इतिहास रहा है, हमारे कई सिख गुरू इन ऐतिहासिक गुरूद्वारों में कभी न कभी अवश्य आएं हैं और समाज को जागरूक किया है।
हरियाणा के गुरुद्वारों पर खर्च होगा यहां का पैसा : संजय भाटिया
करनाल के सांसद संजय भाटिया ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला दिलाने में हरियाणा सरकार की मजबूत पैरवी काम आई है। न केवल HSGPC बल्कि सभी सिख नेता मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पैरवी से खुश हैं। बलजीत सिंह दादूवाल और जगदीश झींडा के अलावा सिख नेता अजराना, चीका और बाबा सुखा सिंह ने भी मुख्यमंत्री की सराहना की है।
सिखों के कई समूह मुख्यमंत्री का आभार जता रहे हैं। महिला संगत भी चंडीगढ़ सीएम का आभार जताने पहुंची है। उन्होंने बताया कि राज्य के 72 गुरुद्वारे हैं, जिनसे हर साल करीब 400 करोड़ रुपये का दान इकट्ठा होता है, जो अब राज्य के गुरुद्वारों पर ही खर्च हो सकेगा।