सुरजेवाला का चुनावी मुद्दा होगा बांगर की धरती पर चौधर लाना, खास बना जींद उपचुनाव
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के मैदान में उतरने से जींद उपचुनाव हॉट और बेहद खास हो गया है। सुरजेवाला का मुख्य चुनावी मुद्दा बांगर क्षेत्र में चौधर लाना हो्गा।
नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। कांग्रेस द्वारा रणदीप सिंह सुरजेवाला को उम्मीदवार बनाने से जींद विधानसभा सीट करा उपचुनाव बेहद खास और हॉट हो गया है। रणदीप का यहां चुनाव लड़ने के कई अर्थ निकाले जा रहे हैं। इन सब के बीच रणदीप सुरजेवाला के चुनावी मुद्दों को लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है। सुरजेवाला का मुख्य चुनावी मुद्दा हरियाणा की चौधर बांगर की धरती पर लाना है।
कांग्रेस ने सुरजेवाला को चुनाव मैदान में उतारकर रोचक कर दिया जींद का महासंग्राम
राज्य की राजनीति की कभी धुरी रहे शमशेर सिंह सुरजेवाला जींद जिले के नरवाना विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने थे। बाद में उनकी राजनीतिक विरासत संभालते हुए उनके पुत्र रणदीप सुरजेवाला ने कांग्रेस की केंद्रीय राजनीति में भी अलग मुकाम बना लिया। रणदीप सुरजेवाला ने युवक कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद न केवल अपनी संगठनात्मक क्षमता का परिचय दिया बल्कि गांधी परिवार की नजरों में भी अपनी जगह बना ली।
रणदीप 2005 में अपने गृह राज्य की राजनीति में लौटे तो पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में पॉवरफुल मंत्री बने। इसके बाद वह फिर कांग्रेेस की राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय हो गए और यहां पहले सोनिया गांधी ने उन्हें प्रवक्ता बनाया तथा राहुल गांधी ने मीडिया संयोजक के नाते बड़ी जिम्मेदारी दी।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ रणदीप सिंह सुरजेवाला। (फाइल फोटो)
इस जिम्मेदारी संभालते हुए रणदीप ने करीब डेढ़ साल पहले एक बार फिर राज्य की राजनीति की ओर रुख किया। उन्होंने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में अपने समर्थकों के माध्यम से रैलियां करनी शुरू कर दी मगर जब भी वह जींद जिला में जाते तो वहां एक ही राग अलापते कि बांगर की धरती पर कभी चौधर नहीं आई। चौधर यानी मुख्यमंत्री का पद हमेशा हिसार, सिरसा, भिवानी या रोहतक में ही रहा।
रणदीप कहते कि बांगर यानी जींद व आसपास के क्षेत्रों की जनता उन्हें आशीर्वाद देगी तो बांगर की धरती पर चौधर लाने का काम करेंगे। उनके इस राजनीतिक नारे को बांगर की धरती पर जब हवा मिलने लगी तो उन्होंने इस मुद्दे को अपनी राजनीतिक मजबूती का आधार बना लिया। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि जींद उपचुनाव में कुशल वक्ता के रूप में रणदीप सुरजेवाला यह मुद्दा जरूर उठाएंगे।
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रणदीप का मजबूत राजनीति हथियार बनेगी राहुल की टिकट
जींद उपचुनाव में जिस तरह सिर्फ दाे मिनट में सीधे राहुल गांधी ने रणदीप सुरजेवाला को कांग्रेस की टिकट दी, उसका राजनीतिक लाभ लेने में वह किसी सूरत में नहीं चूकेंगे। राहुल द्वारा टिकट दिए जाने काे रणदीप जींद की जनता के बीच यह कह भी राजनीतिक तौर पर भुना सकते हैं कि 'जींद की समझदार जनता समझ ले कि राहुलजी ने उन्हें विधायक रहते हुए यह चुनाव लड़ने को क्यों कहा?'
रणदीप सुरजेवाला के समर्थक अभी से कहने लगे हैं कि रणदीप सुरजेवाला को टिकट दिया जाना साफ करता है कि कांग्रेस हाईकमान ने राज्य में पार्टी संगठन बदलने का खाका तैयार कर लिया है। गुटों में बंटी कांग्रेस की कमान रणदीप सुरजेवाला को दी जाएगी। तभी तो रणदीप बांगर की धरती पर चौधर लाने की बात करते हैं।