रक्षाबंधन पर भाइयों की कलाई पर बंधेगी गोबर से बनी राखी
हरियाणा गो सेवा आयोग ने रक्षाबंधन पर बहनों के लिए गाय के गोबर से राखी तैयार की है जिन्हें वह अपने भाइयों को बांधेंगी। आयोग के चेयरमैन श्रवर्ण कुमार गर्ग का दावा है कि यह राखी अगर कलाई पर बंधी हो तो रेडिएशन से शरीर पर पड़ने वाला दुष्प्रभाव 99.99 प्रतिशत कम होगा।
जागरण संवाददाता, पंचकूला :
हरियाणा गो सेवा आयोग ने रक्षाबंधन पर बहनों के लिए गाय के गोबर से राखी तैयार की है, जिन्हें वह अपने भाइयों को बांधेंगी। आयोग के चेयरमैन श्रवर्ण कुमार गर्ग का दावा है कि यह राखी अगर कलाई पर बंधी हो तो रेडिएशन से शरीर पर पड़ने वाला दुष्प्रभाव 99.99 प्रतिशत कम होगा। यह राखी आइआइटी रुड़की से टेस्टेड है। गाय के गोबर से निर्मित पेंट और गमले को भी किया प्रदर्शित
इस अवसर पर उन्होंने गाय के गोबर से निर्मित पेंट और गमले को भी प्रदर्शित किया। उन्होंने कहा कि गोबर से बनाया गया पेंट पूरी तरह प्राकृतिक है और इसमें किसी भी प्रकार के केमिकल का प्रयोग नहीं किया गया है। उन्होंने गाय के गोबर से बनी फिनाइल का भी जिक्र किया जो 99 प्रतिशत बैक्टीरिया को खत्म कर देती है। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि रक्षाबंधन पर गोशालाओं में गोबर से बनी राखी का प्रयोग करें। गांव बुंगा में बनेगी नंदीशाला
उन्होंने बताया कि जिले के गांव बुंगा में एक नंदीशाला बनने जा रही है, जिसके बनने से कोई भी सांड सड़क पर नहीं नजर आएंगे। उन सभी को नंदीशाला में रखा जाएगा। गो अनुसंधान केंद्र में गोवंश नस्ल सुधार और विभिन्न उत्पाद तैयार करने की दिशा में हो रहा काम
गर्ग ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गोपाष्टमी के अवसर पर सुखदर्शनपुर में गो अनुसंधान केंद्र स्थापित करने की घोषणा की थी। इस अनुसंधान केंद्र में गोवंश नस्ल सुधार के साथ-साथ गाय के गोबर व मूत्र पर अनुसंधान कर विभिन्न उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। इससे हरियाणा की कई गोशालाएं स्वावलंबी बन रही हैं। इस अवसर पर गो सेवा आयोग के सचिव चिरंतन कादियान भी उपस्थित थे।