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राजपरिवार की हत्या के लिए बेटी लवली ने मेरठ से बुलाए थे सुपारी किलर, एेसे रची साजिश

पंचकूला के गांव में चंदेल घराने में बुजुर्ग महिला राजबाला और उसके तीन पाेते-पाेतियों की हत्या के लिए मेरठ के दो सुपारी किलर ने किए थे। राजबाला की बेटी लवली ने इनको सुपारी दी थी।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 09:04 AM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2018 09:19 AM (IST)
राजपरिवार की हत्या के लिए बेटी लवली ने मेरठ से बुलाए थे सुपारी किलर, एेसे रची साजिश
राजपरिवार की हत्या के लिए बेटी लवली ने मेरठ से बुलाए थे सुपारी किलर, एेसे रची साजिश

पंचकूला, राजेश मलकानियां। चंदेल वंश की बहू राजबाला, उसके दो पोतों व एक पोती की हत्या की साजिश बेटी लवली ने अपने पति राजकुमार के साथ मिलकर रची थी। इसके लिए उत्तर प्रदेश के मेरठ से दो सुपारी किलर बुलाए गए थे।

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हत्या के बदले दोनों को दस लाख रुपये देना तय हुआ था। बतौर एडवांस दस हजार रुपए भी दिए। कातिलों के ठहरने का इंतजाम भी लवली और उसके पति ने किया था। बुधवार को पंचकूला पुलिस ने आरोपित लवली को कोर्ट में पेश कर पांच दिन की रिमांड पर ले लिया। जहां उससे पूछताछ की जा रही है।

ऐसे कराई हत्या

अब तक की पूछताछ में लवली ने माना है कि वह 16 नवंबर की रात दो सुपारी किलर के साथ गांव खटौली पहुंची थी। घर में दाखिल होते ही सबसे पहले वह मां राजबाला (65) के कमरे में गई। इसके बाद सुपारी किलर अंदर दाखिल हुए। लवली ने राजबाला का मुंह बंद कर दिया और उसके बाद सुपारी किलर ने राजबाला को गोली मार दी। इसके बाद एक-एक करके राजबाला की पोती ऐश्वर्या (18), पोते दिवांशु (15) व आयुष (12) की हत्या की गई। लवली रात लगभग साढ़े 11 बजे गांव खटौली पहुंच गई थी और करीब चार घंटे में पूरी वारदात को अंजाम देने के बाद लगभग चार बजे घर से निकल गई थी।

लवली से करार पक्का होने पर 15 नवंबर को दोनों सुपारी किलर पंचकूला स्थित रायपुररानी आ पहुंचे। वहां उनके रहने का प्रबंध लवली और उसके पति ने किया था। इसके बाद पूरी योजना तैयार की गई कि आखिर किस तरह वारदात को अंजाम दिया जाएगा। लवली और उसका बेटा विजय जानबूझकर राजबाला के घर 16 नवंबर की शाम तक रुके, ताकि किसी को उन पर शक न हो। राजबाला के ड्राइवर से लवली ने बताया था कि वह एक दो दिन बाद आएंगे।

लवली पर यूं हुआ शक

चंडीमंदिर थाना प्रभारी नवीन कुमार के अनुसार, लवली पर उन्हें पहले दिन ही शक हो गया था। वह अक्सर राजबाला के घर पर रहती थी। लवली को 17 नवंबर को फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया। वारदात का पता चलने के बाद भी वह दो घंटे तक अपने घर से नहीं निकली। इस पर पुलिस को लवली पर शक हुआ बाद में कड़ाई से पूछताछ में सब सामने आ गया।

बेटे की मौत के रहस्य से भी उठेगा पर्दा, सुधा की भी तलाश शुरू

पूछताछ में लवली ने माना कि उसने सुपारी देकर चारों की हत्या करवाई है। अब पुलिस 2008 में सुसाइड करने वाले लवली के भाई उपेंद्र की मौत की भी जांच करेगी। उपेंद्र की मौत के बाद न तो पुलिस को कोई शिकायत दी गई थी और न ही शव का पोस्टमार्टम करवाया गया था। साथ ही, उपेंद्र की पत्नी सुधा जो 2016 से लापता है, उसकी भी तलाश शुरू की जा रही है।

मृतका राजबाला की पोती का रो-रोकर बुरा हाल

अपनी बहन-भाइयों और दादी की हत्या के बाद विलाप करती शैली का रो-रोकर बुरा हाल हो रखा है। शैली अपनी बुआ के पास थी। इसलिए बच गई थी। पंचकूला राजपरिवार की अंतिम वारिश शैली को पंचकूला पुलिस ने सुरक्षा प्रदान की है।10 वर्षीय शैली की जान सिर्फ इसलिए बच गई थी, क्योंकि वह अपनी बुआ अंजना के साथ जीरकपुर में रहती है। वारदात के बाद शैली पर खतरे को भापते हुए पुलिस ने सुरक्षा दी है।


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