कालका में खाली पड़े अधिकारियों के पद, लोगों के काम लटके
कहने को तो कालका विधानसभा नंबर एक हलका है लेकिन हालात बिल्कुल उल्ट हैं। कालका हलका एसडीएम पर निर्भर है लेकिन यह पद काफी समय खाली पड़ा है।
राजकुमार, कालका : कहने को तो कालका विधानसभा नंबर एक हलका है, लेकिन हालात बिल्कुल उल्ट हैं। कालका हलका एसडीएम पर निर्भर है, लेकिन यह पद काफी समय खाली पड़ा है। तहसीलदार और नायब तहसीलदार भी नियुक्त नहीं किए गए। इस क्षेत्र की अनदेखी का मुख्य कारण कांग्रेस विधायक बनना भी माना जा रहा है। ऐसी चर्चाएं हैं कि कांग्रेस का विधायक बनने के चलते लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। सरकार के गठन के बाद विकास कार्यो पर भी असर पड़ा है। नहीं लग रहा एसडीएम कोर्ट
पहले यहां राकेश संधू एसडीएम के पद पर तैनात थे, लेकिन दिसंबर की शुरुआत में उनके ट्रेनिंग पर चले जाने के बाद सीटी मजिस्ट्रेट पंचकूला नवीन आहूजा को कालका एसडीएम का अतिरिक्त चार्ज दिया गया था, लेकिन उनका तबादला होने के कारण एक जनवरी से कालका एसडीएम कार्यालय में सभी काम ठप पड़े हैं। कार्यालय में लंबित पड़े कार्यों की फाइलों के ढेर लगे हैं। यही नहीं कार्यालय में वीरवार को एसडीएम कोर्ट भी नहीं लग रहा है, जिससे एसडीएम कोर्ट में चल रहे केस से जुड़े लोग भी परेशान हैं। सूत्रों के अनुसार यहां वीरवार को लगने वाले कोर्ट में करीब 200 से ज्यादा केस चल रहे हैं।
250 आरसी पेंडिग
पिछले करीब 15 दिनों से एसडीएम पद खाली है। इसके चलते वाहनों की नई व पुरानी आरसी की करीब 250 फाइलें एसडीएम के हस्ताक्षर के इंतजार में पेंडिग पड़ी हैं। इसी तरह से करीब 100 से ज्यादा लाइसेंस और करीब 40 से ज्यादा आय प्रमाण पत्र भी पेंडिग पड़े हैं। ऐसे में युवाओं के नौकरी के लिए आवेदन करने सहित कई अन्य कार्य अधर में लटक गए हैं। क्योंकि कई आवेदन पत्रों के साथ आय प्रमाण पत्र लगाना जरूरी होता है। कालका तहसील में भी नहीं स्थायी तहसीलदार एसडीएम कार्यालय की तरह कालका के तहसील कार्यालय में भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां स्थायी तौर पर तहसीलदार का पद करीब दो महीने से खाली पड़ा है। लेकिन रायपुररानी के तहसीलदार को कालका का अतिरिक्त चार्ज दिए जाने के कारण जमीनों की रजिस्ट्री आदि तो हो रही है, लेकिन दिन के पहले हाफ व दूसरे हाफ में तहसीलदार के पहुंचने के कारण लोगों को बेवजह घंटों भर इंतजार करना पड़ता है।
क्या कहते हैं लोग
राकेश कुमार, रघुवंश मल्होत्रा, संतोष शर्मा, नरेश तथा रोहित सहित अन्य लोगों ने कहा कि खाली पड़े पदों को लेकर जो हालात इन दिनों बने हुए हैं, ऐसे हालात शायद ही कभी पहले बने हो। यह गंभीर विषय है, लेकिन बावजूद इसके इस मामले की ओर ध्यान क्यों नहीं दिया जा रहा है, यह बात समझ से परे है। इस बारे में पूर्व विधायक लतिका शर्मा का कहना है कि कालका में अधिकारियों के खाली पद भरने को लेकर सरकार को पत्र लिखा गया है। जल्द ही इन खाली पदों पर अधिकारी तैनात होंगे। पूछे जाने पर लतिका शर्मा ने विपक्ष के विधायक के मामले में कहा कि सता पक्ष का फर्क तो पड़ता ही है। सत्ता में शामिल विधायक अड़कर भी काम करवा लेते हैं और हमने अपने कार्यकाल के दौरान अनेक विकास कार्य करवाए।