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पंचकूला में लागू होगा भोपाल का स्वच्छता मॉडल, शुरुआत सेक्टर 12 से

पंचकूला में भी भोपाल का स्वच्छता मॉडल अपनाया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Jul 2018 09:26 PM (IST)Updated: Wed, 18 Jul 2018 09:26 PM (IST)
पंचकूला में लागू होगा भोपाल का स्वच्छता मॉडल, शुरुआत सेक्टर 12 से

जागरण संवाददाता, पंचकूला : नगर निगम की तरफ से भोपाल के सेग्रीगेशन मॉडल को सबसे पहले सेक्टर 12 में लागू किया जाएगा। यहा पर घर-घर में लोगों को गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग करने के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसके बाद पार्को एवं खाली स्थानों पर कंपोस्ट पिट बनाई जाएंगी, ताकि गीले कूड़े की खाद तैयार करके उसका प्रयोग किया जा सके। दरअसल, नगर निगम के सफाई कर्मचारियों एवं सेनीटेशन विंग के अधिकारियों की टीम बुधवार को भोपाल का दौरा करने के बाद वापस आ गई है। इस टीम ने अपने अनुभवों को साझा किया और कहा कि जिस तरह से सफाई व्यवस्था भोपाल में हो रही है, उससे भी बेहतर पंचकूला में सफाई व्यवस्था एवं कूड़े की सेग्रीगेशन व्यवस्था लागू करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

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नगर निगम प्रशासक राजेश जोगपाल द्वारा एक टीम भोपाल मॉडल का निरीक्षण करने के लिए भेजी गई थी। टीम में कार्यकारी अधिकारी जरनैल सिंह, मुख्य सफाई अधिकारी मदन लाल, ऑफिस अस्सिटेंट सेनीटेशन ब्राच नरेश मल्हौत्रा, सेनीटेशन इंस्पेक्टर अभिषेक सिहाग, सफाई सुपरीवाइजर सुरेश, सुखविंद्र सिंह, सुरेश कुमार, सफाई कर्मचारी सोहन लाल, पूजा, विद्या भोपाल के दौरे पर गये थे, जिन्होंने पाच दिनों तक भोपाल में सफाई व्यवस्था एवं सेग्रीगेशन के विभिन्न पहलुओं को समझा। भोपाल ऐसे रखता है खुद को साफ

-भोपाल के नंबर वन आने का मुख्य कारण वहा के लोगों की जागरूकता है और वह खुद ही सेग्रीगेशन का ध्यान रखते हैं।

-लोगों के स्वच्छ कार्ड बने हुए हैं, जो भी इसे लेकर दुकान पर जाता है, तो उसे डिस्काउंट मिलता है।

-विभिन्न जगहों पर कंपोस्ट पिट बनी हुई है, जिसमें गीले कूड़े को डाल दिया जाता है और ऊपर से मिट्टी डाल कर दबा दिया है। ये पिट में गीले कूड़ा को भर दिया जाता है। इस तरह जब खाद तैयार हो जाती है, तो उसे निकाल लिया जाता है।

- लोगों ने घरों में गीले एवं सूखे कूड़े को अलग करने के लिए डिब्बे लगा रखे हैं।

-जब भोपाल निगम की कूड़ा उठाने वाली गाड़ी आती है, तो उसमें स्वच्छता के बारे में संदेश प्रचारित होते हैं।

-जैविक खाद बनाने के लिए यूनिट लगाई है।

-कंपोस्टिंग यूनिट, बायोगैस ऊर्जा संयंत्र बनाये हुये हैं।

-पैट्रोल पंपों पर प्लास्टिक क्लेक्शन केंद्र बनाए गए हैं।

महिला प्रसाधन केंद्र भी बने, मिलते हैं कूपन

भोपाल में महिलाओं के लिए विशेष तौर पर महिला प्रसाधन केंद्र बने हुए हैं। जहा पर यदि किसी महिला ने आराम करना है, बच्चों को दूध पिलाना है या फिर शौच आदि जाना है, तो वह इसका प्रयोग कर सकते हैं। इन सेंटरों पर महिलाओं के लिए कॉस्मेटिक का सामान डिस्काउंट पर मिलता है। अगले साल पंचकूला को लाया जाएगा टॉप-50 में

राजेश जोगपाल ने बताया कि निगम की टीम भोपाल में विभिन्न विषयों की ट्रेनिंग लेकर लौट आई है। टीम ने अच्छा फीडबैक दिया है। भोपाल मॉडल को पंचकूला में लागू करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी और स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 में पंचकूला का रैंक टॉप 50 में लाने के लिए नगर निगम के अधिकारी जुट गये हैं।


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