Move to Jagran APP

लोकसभा चुनाव के बाद होंगे पंचकूला नगर निगम के इलेक्शन

राजेश मलकानियां, पंचकूला : नगर निगम का मसला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में 28 जनवरी के लिए लगा हुआ ह

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Jan 2019 07:13 AM (IST)Updated: Mon, 14 Jan 2019 07:13 AM (IST)
लोकसभा चुनाव के बाद होंगे पंचकूला नगर निगम के इलेक्शन
लोकसभा चुनाव के बाद होंगे पंचकूला नगर निगम के इलेक्शन

राजेश मलकानियां, पंचकूला : नगर निगम का मसला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में 28 जनवरी के लिए लगा हुआ है। सरकार द्वारा इस सुनवाई पर जवाब दाखिल किया जाएगा कि सरकार द्वारा पंचकूला नगर निगम से ¨पजौर एवं कालका को अलग कर दिया गया है। यदि सब कुछ ठीक रहा, तो यह मामला डिस्पोज हो जाएगा, वरना एक या दो सुनवाई और लग गई, तो जुलाई माह के बाद चुनाव होने की संभावना है। परंतु जितना मर्जी जोर लगा लें, अप्रैल से पहले किसी भी हालत में नगर निगम के चुनाव नहीं हो पाएंगे। अगर फरवरी में नगर निगम का मामला कोर्ट से खत्म हो जाता है और सरकार के प्रस्ताव के अनुसार नई निगम के चुनाव हुए, तो एरिया डिलीट की नोटिफिकेशन, एतराज मांगने, नए सिरे से वार्डबंदी, ड्राफ्ट नोटिफिकेशन, फाइनल नोटिफिकेशन, नए सिरे से वार्ड की रिजर्वेशन, ड्राफ्ट वोटर लिस्ट, वोटर्स के क्लेम, ऑब्जेक्शन, फाइनल वोटर लिस्ट पब्लिकेशन से लेकर चुनाव की घोषणा में कम से कम 6 से 7 माह लग जाएंगे। परंतु हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले हर हालत में नगर निगम के चुनाव करवाने पड़ेंगे, क्योंकि निगम की दोबारा नोटिफिकेशन के बाद 6 से 7 माह में चुनाव करवाने पड़ेंगे। हरियाणा विधानसभा के चुनाव अक्टूबर माह में होने हैं। लोगों से इस नोटिफिकेशन पर ऑब्जेक्शन मांगे जाएंगे

loksabha election banner

पंचकूला में अलग नगर निगम का गठन करने के लिए 2011 की जनगणना के बजाय बीते दशकों में पॉपुलेशन के एवरेज ग्रोथ को ध्यान में रखकर 2018 की आबादी को मद्देनजर रखने का हरियाणा गवर्नमेंट ने फैसला किया है। ऐसे में ¨पजौर, कालका व वहां के गांवों को पंचकूला एमसी एरिया से बाहर कर दिया जाएगा। कैबिनेट मी¨टग ने दिसंबर माह में हरियाणा नगर पालिका (संशोधन) अधिनियम 2018 को मंजूरी दे दी है। इस आधार पर अब हरियाणा गवर्नमेंट पंचकूला नगर निगम के एरिया को दो हिस्सों में बांटकर अलग-अलग एमसी बॉडी बनाने की नोटिफिकेशन जारी करेगा। इस नोटिफिकेशन में पंचकूला नगर निगम से हटाए जाने वाले एरिया का जिक्र किया जाएगा। रूल्स के मुताबिक लोगों से इस नोटिफिकेशन पर ऑब्जेक्शन मांगे जाएंगे। 30 दिन में देने होंगे ऑब्जेक्शन

लोगों को ऑब्जेक्शन दायर करने के लिए 30 दिन का समय देना होगा। इसके बाद वार्डबंदी का प्रोसेस शुरू कर सकेंगे। वार्डबंदी में भी कम से कम 15 दिन का समय लगेगा, इसके बाद नई वार्डबंदी की ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी होगी। इसमें पंचकूला नगर निगम का एरिया बदलने पर बरवाला के कुछ गांवों को शामिल करना पड़ेगा। कुछ वार्डों के एरिया में भी बदलाव होगा। जिन वार्ड में जनसंख्या ज्यादा होगी, उनका एरिया छोटा किया जाएगा। ड्राफ्ट नोटिफिकेशन के 15-20 दिन बाद फाइनल नोटिफिकेशन जारी की जाएगी। इसके बाद वार्डों की रिजर्वेशन के प्रोसेस में 15 से 20 दिन लगेंगे। इसमें महिलाओं, पिछड़ी जातियों के लिए नए सिरे से वार्ड रिजर्व होंगे। इसके 15 दिन बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की जाएगी। जातीय समीकरणों का भी रखा जाएगा ध्यान

इस बार मेयर का सीधा चुनाव होने के चलते कई समीकरणों को ध्यान में रखा जाएगा। जातीय समीकरण के अलावा उस चेहरे को मैदान में उतारा जाएगा, जो बेदाग होगा। साथ ही जो शहरी और ग्रामीण इलाके में लोगों के बीच रहता हो। हालांकि अभी तक किसी भी पार्टी का मेयर का कोई भी ऐसा उम्मीदवार नहीं है, जोकि लगातार लोगों से जनसंपर्क कर रहा। इक्का-दुक्का कार्यक्रम नेता घर बैठ जाते हैं। कांग्रेस से कई गुटों के नेता हैं मेयर के दावेदार

कांग्रेस से मेयर पद के लिए प्रबल दावेदार उ¨पद्र कौर आहलुवालिया हैं, वह पंजाबी समुदाय से हैं और हुड्डा गुट से हैं। इसके अलावा पूर्व पार्षद भावना गुप्ता, कांग्रेस के पूर्व उपप्रधान तरसेम गर्ग, वरिष्ठ नेता पवन मित्तल भी मेयर के लिए मैदान में उतर सकते हैं, क्योंकि पंचकूला में बनिया समुदाय का अच्छा होल्ड है। यह तीनों सैलजा गुट से हैं और पंचकूला में सैलजा गुट को दरकिनार करके टिकट देना बड़ा मुश्किल है। चंद्रमोहन के समर्थक र¨वद्र रावल भी मेयर का सीधे तौर पर चुनाव लड़ सकते हैं। र¨वद्र रावल पंजाबी समुदाय से हैं और नगर परिषद के प्रधान रह चुके हैं। भाजपा में भी दावेदारों की कमी नहीं

भाजपा की टिकट लेने वालों की भी कमी नहीं है। भाजपा से सीबी गोयल मेयर के सशक्त उम्मीदवार हैं। वह तीन बार पार्षद रह चुके हैं। इसके अलावा पूर्व डिप्टी मेयर सुनील तलवाड़ और पूर्व पार्षद वीके सूद पंजाबी समुदाय से हैं, वह भी मेयर के लिए मैदान में उतर सकते हैं। विधायक ज्ञान चंद गुप्ता के खासमखास जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा या महासचिव ह¨रद्र मलिक पर भी दांव पर भी पार्टी दांव खेल सकती हैं। भारतीय मोदी आर्मी के प्रदेश महासचिव शिवकुमार गुप्ता भी मेयर की टिकट के दावेदार हैं। पंजाबी समुदाय की अनदेखी नहीं कर सकता इनेलो

इनेलो से पूर्व नगर परिषद प्रधान सीमा चौधरी और सिटी प्रधान एसपी अरोड़ा मेयर की टिकट के दावेदार हैं। सीमा चौधरी महिला इनेलो की प्रधान भी हैं। जबकि एसपी अरोड़ा पंजाबी समुदाय से होने के चलते टिकट के लिये प्रबल दावेदारी रखते हैं। ओपी सिहाग भी जजपा का बड़ा चेहरा

जननायक जनता पार्टी से पूर्व कार्यकारी अधिकारी ओपी सिहाग मैदान में उतरने का दम रखते हैं। वह पिछले लंबे समय से पंचकूला में ईओ रह चुके हैं। साथ ही नौकरी में आने से पूर्व छात्र संघों में सक्रिया रहे हैं। हाल में ही जजपा के गठन के बाद वह पंचकूला में सक्रिय हैं। इसके अलावा मनोज अग्रवाल बनिया समुदाय से होने के चलते मैदान में उतर सकते हैं। आप के ये लोग हैं सक्रिय

आम आदमी पार्टी से मेयर पद के लिए सुरेंद्र राठी और सुशील मेहता के लिए दावा ठोंक सकते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.