हरियाणा में काडर खड़ा करने फिर दौरे पर निकलेंगे ओमप्रकाश चौटाला
राजनीतिक परिस्थितियों को अपने अनुकूल करने में माहिर पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके ओमप्रकाश चौटाला जल्द ही पूरा प्रदेश नापेंगे।
जेएनएन, चंडीगढ़। राजनीतिक परिस्थितियों को अपने अनुकूल करने में माहिर पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके ओमप्रकाश चौटाला जल्द ही पूरा प्रदेश नापेंगे। बसपा द्वारा राजनीतिक रिश्ता तोड़ने के बावजूद इनेलो सुप्रीमो ने हार नहीं मानी है। तिहाड़ जेल से बाहर आते ही उन्होंने अपने छोटे बेटे अभय सिंह चौटाला के साथ प्रदेश की राजनीतिक स्थिति पर मंथन किया और पूरा प्रदेश नापने का कार्यक्रम तय कर डाला।
ओमप्रकाश चौटाला 21 दिन की फरलो पर तिहाड़ जेल से बाहर आए हैं। जींद उपचुनाव के दौरान भी चौटाला को फरलो मिल गई थी, लेकिन अभय चौटाला ने आरोप लगाया कि जेजेपी और आम आदमी पार्टी के हस्तक्षेप के चलते इनेलो सुप्रीमो की फरलो रद करा दी गई। फरलो रद होने की वजह से चौटाला जींद में अपनी पार्टी के उम्मीदवार उम्मेद सिंह रेढू के हक में प्रचार नहीं कर पाए। चौटाला यदि जींद में घूम जाते तो नतीजे कुछ और ही होते।
इससे पहले कि चौटाला जेल से बाहर आते, बसपा सुप्रीमो मायावती ने इनेलो से अपने राजनीतिक रिश्ते खत्म करने का ऐलान कर दिया। आखिरी वक्त पर चौटाला ने मायावती से बात करने की कोशिश भी की, लेकिन बात नहीं बनी। इससे विचलित हुए बिना ओमप्रकाश चौटाला अब पूरे राज्य का दौरा कर इनेलो के संगठन को एक बार फिर से खड़ा करने की तैयारी में हैं। उनके इस अभियान में विधान में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला, इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा और पूर्व मुख्य संसदीय सचिव रामपाल माजरा साथ खड़े हैं।
चौटाला के दौरों की शुरुआत 11 फरवरी से लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के अध्यक्ष राजकुमार सैनी के गढ़ कुरुक्षेत्र जिले से होगी। चौटाला का पहला दौरा लाडवा का होगा। 12 को करनाल संसदीय क्षेत्र में रहने के बाद चौटाला 13 को चंडीगढ़ और 14 को दिल्ली में रहेंगे। उसके बाद 15 से 20 फरवरी तक पूरा प्रदेश नाप डालेंगे। अभी फरीदाबाद, कैथल और फतेहाबाद जिलों के कार्यक्रम बनने बाकी हैं। इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा व विपक्ष के नेता अभय चौटाला के अनुसार जल्द ही पार्टी अन्य कार्यक्रम भी तय करेगी।