रोडवेज यूनियनों के कार्यालयों सील, 10 कर्मचारी नेता सस्पेंड
राज्य सरकार ने 16 व 17 अक्टूबर को रोडवेज बसों का चक्का जाम करने के मद्देनजर सख्ती करनी शुरू कर दी है। सरकार ने 10 कर्मचारी नेताओं को सस्पेंड कर दिया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने राेडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के मद्देनजर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। राज्य में रोडवज कर्मचारी यूनियनों और इसके नेताआें के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। राज्यभर में राेडवेज कर्मचारियों की हड़ताल से एक दिन पहले ही कई कर्मचारी नेताअों पर गाज गिर गई है। फरीदाबाद में कर्मचारी यूनियनों के कार्यालयों के दरवाजे वेल्डिंग कर सील कर दिए। अब तक 10 कर्मचारी नेताओं को सस्पेंड कर दिया गया है।
बता दें कि रोडवेज कर्मचारी यूनियनों ने 16 और 16 अक्टूबर को राज्य में बसों का चक्का जाम करने की घोषणा की है। इसके मद्देनजर सरकार ने सोमवार को ही सख्ती दिखानी शुरू कर दी। फरीदाबाद में रोडवेज महाप्रबंधक भूपेंद्र सिंह ने 10 कर्मचारी नेताओं को निलंबित करते हुए सभी यूनियनों के कार्यालयों के दरवाजों को बंद कर वेल्ड करा दिया। इससे भड़की कर्मचारी यूनियनों ने सोमवार को चार बजे ही बसों का चक्का जाम कर दिया।
दूसरी ओर सर्व कर्मचारी संघ के महासचिव सुभाष लांबा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने कहा कि मंगलवार को कई महकमों के कर्मचारी बस अड्डों पर पहुंचकर रोडवेज कर्मियों की हड़ताल का समर्थन करेंगे। मजदूर संगठन सीटू, एटक, इंटक, एचएमएस, एआइयूटीयूसी, आइसीटीयू के अलावा अखिल भारतीय किसान सभा हरियाणा, जनवादी महिला समिति, जनवादी नौजवान सभा, एसएफआइ ने भी हड़ताल का समर्थन किया है।