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हरियाणा में वीडियो कान्फ्रेंसिंग से विधानसभा चलाने पर नहीं बनी सहमति, अगस्त में मानसून सत्र संभावित

हरियाणा में मानसून सत्र वीडियो कांफ्रेंसिंग से चलाने पर सहमति नहीं बनी। अगस्त में सत्र संभावित है। इसमें फिजिकल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाएगा।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 11:01 AM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2020 11:01 AM (IST)
हरियाणा में वीडियो कान्फ्रेंसिंग से विधानसभा चलाने पर नहीं बनी सहमति, अगस्त में मानसून सत्र संभावित
हरियाणा में वीडियो कान्फ्रेंसिंग से विधानसभा चलाने पर नहीं बनी सहमति, अगस्त में मानसून सत्र संभावित

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र में इस बार कुछ अलग ही नजारा होगा। अधिकतम तीन दिन चलने वाले इस मानसून सत्र के आयोजन में कोरोना महामारी से बचाव का पूरा ख्याल रखा जाएगा। ऐसा भी प्रस्ताव आया कि वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये विधानसभा का मानसून सत्र कराया जाए, लेकिन इस पर सहमति नहीं बन पाई। पूरे दिन विधायक आनलाइन जुड़े नहीं रह सकते। लिहाजा, फिजिकल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए विधानसभा सत्र कराने पर सहमति बनी है।

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विधानसभा का मानसून सत्र अगस्त में संभावित है। हरियाणा मंत्रिमंडल की अगली बैठक में इस सत्र की तारीख तय हो जाएगी। सत्र की अवधि विधानसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में तय होगी, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस सत्र के तीन दिन से ज्यादा चलाए जाने की बिल्कुल भी संभावना नहीं है। विधानसभा सत्र में उठाने के लिए विधायकों ने विधानसभा सचिवालय को अपने सवाल भेजने शुरू कर दिए हैैं।

विधानसभा के प्रश्नकाल में किन विधायकों के कौन से सवाल लगेंगे, यह ड्रा के जरिये तय होगा। पिछली बार विधानसभा स्पीकर ने ऐसा प्रयोग किया था, जो काफी सफल रहा था। विधानसभा में इस बार दर्शक दीर्घा में दर्शक नहीं होंगे। उनकी इंट्री प्रतिबंधित रहेगी। दर्शक दीर्घा और आफिसर गैलरी में विधायकों को बैठाया जाएगा।

स्पीकर की चेयर के सामने 45 सीटें हैैं। एक सीट पर दो विधायक बैठते हैैं। इसलिए सभी विधायक एडजस्ट हो जाते हैैं। हरियाणा की विधानसभा चूंकि छोटी है, इसलिए ही हरियाणा बार-बार पंजाब से अपने हिस्से की जगह और कमरे मांग रहा है। पंजाब ने हरियाणा विधानसभा की जगह पर कब्जा किया हुआ है। पंजाब के गवर्नर भी इस जगह को दिलाने में खास रुचि लेते दिखाई नहीं दे रहे हैैं।

विधानसभा में इस बार जो व्यवस्था अपनाई गई है, उसके मुताबिक स्पीकर की चेयर के सामने 45 सीटों पर 45 ही विधायक बैठेंगे। बाकी 45 विधायकों में से कुछ को दर्शक दीर्घा में और कुछ को आफिसर गैलरी में बैठाया जाएगा। दर्शक दीर्घा स्पीकर के बांयी तरफ नीचे और सामने की तरफ है, जबकि आफिसर गैलरी ऊपर है। मीडिया को इस बार रोका नहीं जाएगा। मीडिया गैलरी में सिर्फ चुनिंदा पत्रकारों को बैठकर कवरेज करने की अनुमति होगी।

फिजिकल डिस्टेंसिंग के जरिये चलाएंगे विधानसभा

विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता का कहना है कि विधानसभा सत्र कब होगा, यह सरकार तय करेगी और इसकी अवधि कितनी रहेगी, यह बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में तय किया जाएगा। कोरोना महामारी से बचाव के लिए फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियम का अनुपालन करते हुए हमने विधानसभा चलाने की तैयारियां शुरू कर दी हैैं। विधायकों द्वारा सवाल भेजे जा रहे हैैं। उम्मीद की जा सकती है कि यह सत्र अगस्त में होगा और कोरोना के असर के चलते ज्यादा लंबा नहीं चलेगा।


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