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ग्रुप डी में सेलेक्शन के बाद नियुक्ति पत्र नहीं मिलने पर हंगामा

कार्यालय के बाहर चुने गए उम्मीदवारों ने जमकर बवाल किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 10:53 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 10:53 PM (IST)
ग्रुप डी में सेलेक्शन के बाद नियुक्ति पत्र नहीं मिलने पर हंगामा

जागरण संवाददाता, पंचकूला : हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ग्रुप डी के परिणाम घोषित होने के बाद 1976 लोगों को नियुक्ति पत्र एवं विभाग न सौंपे जाने पर आयोग कार्यालय के बाहर चुने गए उम्मीदवारों ने जमकर बवाल किया। 4 से 5 घंटे तक यह चयनित उम्मीदवार आयोग के खिलाफ नारेबाजी करते रहे और नियुक्ति पत्र देने की मांग की। परंतु आयोग का कोई भी अधिकारी बाहर नहीं आया और बाद में नोटिस चस्पा कर दिया कि ग्रुप डी ब्लैक स्मिथ और ब्लैक स्मिथ हेल्पर, एनिमल अटेंडेंट, लैबोरेट्री अटेंडेंट का कोर्ट केस चल रहा है, इसलिए अभी नियुक्ति पत्र एवं विभाग सौंपे नहीं जा सकते। मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद से आक्रोश

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ग्रुप डी परिणाम की मेरिट लिस्ट से युवा काफी आक्रोश में है, जिसे लेकर युवाओं ने हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमेटी सेक्टर-2 के बाहर रोष प्रदर्शन किया। युवाओं के अनुसार 18 हजार 218 युवाओं ने ग्रुप डी की परीक्षा दी। जिसमें 16 हजार 246 युवाओं को ज्वाइ¨नग रिपोर्ट दे दी गई, जबकि 1976 के करीब सेलेक्टेड युवाओं को ज्वाइ¨नग रिपोर्ट नहीं दी गई। जिसका जवाब मांगने के लिए ही वे हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमेटी के दफ्तर के बाहर पहुंचे। राहुल, दिलबाग और सुरेश कुमार के अनुसार इस विषय में उन्होंने जब संबधित विभाग से जवाब मांगा और अधिकारियों से मिलना चाहा, तो उन्होंने मना कर दिया और नोटिस चिपका दिया कि कोर्ट में केस चल रहा है। जब तक उनकी ज्वाइ¨नग नहीं करवाई जाती, प्रदर्शन करेंगे। सर्व कर्मचारी संघ ने हितों का किया समर्थन

सर्व कर्मचारी संघ ने कर्मचारी चयन आयोग से अपील की है कि वह पात्र उम्मीदवारों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए हाईकोर्ट द्वारा लगाई गई स्टे को हटवाए या फिर उम्मीदवारों के हित में अच्छे ढंग से पैरवी करते हुए कोर्ट केस को जल्द से जल्द निपटाने की कोशिश करें। मामला पीजीटी इतिहास विषय का है, जिसका साक्षात्कार 15-16 फरवरी 2017 को हो चुका है। आंसर कुंजी में खामियों के कारण भर्ती पर हाईकोर्ट में स्टे लग गया था, लेकिन 13 नवंबर 2018 को भर्ती से स्टे हट गया था। कुछ लोगों ने ले रखा है स्टे

कर्मचारी चयन आयोग ने हाईकोर्ट के निर्देशानुसार 17 नवंबर 2018 को रिजल्ट रीवाइज किया व 26 दिसंबर 2018 को योग्य उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। लेकिन पुन: आंसर की में खामियों को उजागर करते हुए कुछ अयोग्य उम्मीदवारों द्वारा हाईकोर्ट से दोबारा स्टे लेकर रिजल्ट पर रोक लगवा दी गई। पीजीटी इतिहास के चेयरमैन से मांग की है कि वह हाईकोर्ट में मजबूत पैरवी करके स्टे हटवाए और जल्द से जल्द अंतिम परिणाम घोषित करें।


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