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नगर निगम चुनाव से बने नए समीकरण, भाजपा की मिशन 2019 की राह हुई आसान

हरियाणा में नगर निगम चुनाव में भाजपा की शानदार जीत ने राज्‍य में नए समीकरण के संकेत मिले हैं। इससे भाजपा के मिशन 2019 की राह भी आसान हुई है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 20 Dec 2018 09:06 AM (IST)Updated: Thu, 20 Dec 2018 09:06 AM (IST)
नगर निगम चुनाव से बने नए समीकरण, भाजपा की मिशन 2019 की राह हुई आसान

चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा के पांच नगर निगमों चुनाव में भाजपा की जीत ने राज्‍य में नए राजनीतिक समीकरण के संकेत दिए हैं। खासकर जाटलैैंड में हुई भाजपा की भारी भरकम जीत भविष्य की राजनीति की तरफ इशारा कर रही है। इन चुनाव नतीजों के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल मजबूत होकर उभरे हैैं। इसके साथ ही हरियाणा में भाजपा की मिशन 2019 की राह भी आसान होती नजर आ रही है।

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गैर जाट मतों के साथ-साथ जाट मतों में भी की सेंधमारी

प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव अपने समय पर होंगे। यानी दोनों चुनाव एक साथ होते दिखाई नहीं दे रहे हैैं। मुख्यमंत्री खुद इसका संकेत दे चुके हैैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कई रैलियां कर चुके हैैं। मोदी और शाह ने मिशन 2019 की शुरुआत हरियाणा से ही की थी।

मजबूत होकर उभरे मुख्यमंत्री मनोहर लाल, अगले चुनाव में होंगे चेहरा 

पांच राज्यों के चुनाव नतीजों के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं का हौसला डगमगाया हुआ था। सीएम सिटी करनाल, जाट लैंड रोहतक, हिसार और जीटी रोड बेल्ट के यमुनानगर व पानीपत में जिस तरह से भाजपा ने एकतरफा जीत हासिल की है, उससे संगठन, सरकार और कार्यकर्ता तीनों को भरपूर आक्सीजन मिली है।

जीटी रोड बेल्ट पर भाजपा की जीत को स्वाभाविक माना जा सकता है। यहां की दो दर्जन विधानसभा सीटों से भाजपा विधायक चुनाव जीतकर आए हैं, लेकिन जाट लैैंड रोहतक व हिसार में भाजपा की जीत जाट मतदाताओं में सेंधमारी की तरफ इशारा कर रही। इसके साथ ही पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और अभय चौटाला सरीखे बड़े नेताओं को नई रणनीति बनाने के लिए भी मजबूर करने के संकेत दे रही है।

भाजपा को अमूमन शहरी मतदाताओं की पार्टी माना जाता है। पांचों नगर निगमों में कई इलाके ऐसे भी हैैं, जो ग्रामीण क्षेत्र में पड़ते हैैं। ऐसे में भाजपा ग्रामीण मतदाताओं के बीच भी पैठ बनाने के साथ ही सरकार के कामकाज पर मुहर लगवाने में कामयाब रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष शाह कई बार संकेत दे चुके कि अगले चुनाव में मनोहर लाल ही पार्टी का चेहरा होंगे। निगम चुनाव नतीजे इस संकेत पर मुहर लगाने के लिए काफी हैैं।

'2019 के चुनाव अलग-अलग, 2024 के एक साथ'

''पांच राज्यों के चुनाव नतीजों के बाद लोगों को आशंका थी कि हरियाणा में नगर निगम के चुनाव के लिए समय उपयुक्त नहीं चुना गया, लेकिन विभिन्न राज्यों के चुनाव नतीजों का यहां कोई असर नहीं पड़ा। सरकार का आखिरी वर्ष नाराजगी का माना जाता है, लेकिन खुशी है कि लोगों ने हमारा समर्थन किया और काम पर मुहर लगाई है। पांचवें साल में हम और मेहनत से काम करेंगे। अब जींद उपचुनाव, लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव होंगे। तीनों में हम जीतेंगे। मुझे लगता है कि 2019 में लोकसभा व विधानसभा अलग-अलग होंगे, जबकि 2024 में एक साथ चुनाव हो सकते हैैं। इसके बावजूद हम एक साथ चुनाव के लिए तैयार हैैं।

                                                                                              - मनोहर लाल, मुख्यमंत्री, हरियाणा।


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