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अब बबीता फौगाट का राजीव गांधी पर निशाना, खेल रत्न पुरस्कार पर उठाए सवाल

अंतरराष्ट्रीय पहलवान बबीता फौगाट का विवादों से पुराना नाता है। अब बबीता ने खेल दिवस पर राजीव गांधी के नाम पर पुरस्कार आरंभ करने पर सवाल उठाए हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sun, 30 Aug 2020 02:06 PM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2020 02:17 PM (IST)
अब बबीता फौगाट का राजीव गांधी पर निशाना, खेल रत्न पुरस्कार पर उठाए सवाल

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा की शेरनी और धाकड़ गर्ल के नाम से ट्वीटर पर अक्सर ट्रेंड करने वाली अंतरराष्ट्रीय पहलवान और भाजपा नेत्री बबीता फौगाट का विवादों से नाता जुड़ गया है। आमिर खान की फिल्म दंगल गर्ल में अहम किरदार निभाने वाली बबीता कमल के फूल पर चुनाव लड़ने के बाद पूरी तरह से भाजपा के रंग में रंग गई। अब उन्हें अपने विरोधियों की भी कोई परवाह नहीं रही। बबीता फौगाट ट्वीटर पर पूरी तरह से सक्रिय हैं और भाजपा विरोधी विचारधारा पर जमकर निशाना साध रही हैं। यह स्थिति तब है, जब बबीता फौगाट दोबारा से सरकारी नौकरी में आ गई हैंं और खेल विभाग में उप निदेशक बन चुकी हैं।

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बबीता फौगाट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रंग पूरी तरह से चढ़ा हुआ है। अपने ट्वीट के जरिये भाजपा व मोदी विरोधियों को लंबे हाथों लेने वाली बबीता फौगाट अब पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर टिप्पणी कर सुर्खियों में आई है। बबीता ने खेलों से संन्यास लेकर पुलिस की नौकरी छोड़ 2019 का विधानसभा चुनाव चरखी दादरी से भाजपा के टिकट पर लड़ा। अब उन्हें सरकार ने फिर से हरियाणा में खेल उप निदेशक के पद पर नियुक्त किया है। बबीता फौगाट ट्वीटर पर खूब सक्रिय रहती हैं और किसी भी ट्रोलर से नहीं डरती तथा उसके हर सवाल का जवाब पूरे आक्रामक अंदाज में देती हैं। सूत्रों का कहना है कि बबीता जिस ढंग से ट्वीटर पर सक्रिय हैं, उसे देखकर लगता है कि वह आने वाले लोकसभा चुनाव की अभी से तैयारी कर रही हैं।

अंतरराष्ट्रीय खेल दिवस पर बबीता फौगाट ने राजीव गांधी पर ऐसी टिप्पणी की कि कांग्रेसियों में नीचे से लेकर ऊपर तक खलबली मच गई। कई लोगों ने उन्हें उनकी इस टिप्पणी के लिए भाजपाई कम और मोदी भक्त अधिक करार दिया है। बबीता फौगाट ने ट्वीट में कहा, क्या राजीव गांधी के नाम से इसलिए खेल रत्न पुरस्कार दिया जाता है कि उन्होंने एक बार भारत से खड़े-खड़े इटली में भाला फेंक दिया था। उनका यह ट्वीट आते ही ट्वीटर पर ट्रोलर सक्रिय हो गए।

कांग्रेस के अभिमन्यु सिलवाल ने बबीता को जवाब देते हुए कहा, पहलवानों की अक्ल घुटनों में होती है। यह बात सही है। आमिर की दंगल के कारण नाम और पैसा तो हो गया, लेकिन अक्ल पंसारी की दुकान पर नहीं मिलती। आरके पांडे ने जवाब दिया कि क्या लखनऊ के क्रिकेट स्टेडियम का नामकरण अटलजी के नाम पर इसलिए किया गया था कि वे क्रिकेट का विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान थे। धाकड़ गर्ल बबीता फौगाट यहीं नहीं रुकी। उन्होंने ट्रोलर की इन टिप्पणियों के करारे जवाब दिए।

बबीता ने कोरोना के बढ़ते मामलों को भी अपने ट्वीटर ट्रेंड की चर्चा का हिस्सा बनाया। एक ट्रोलर ने जब यह कहा कि देश और पंजाब में कोरोना बढ़ रहा है। मंत्रियों को भी चपेट में ले रहा है तो बबीता ने जवाब दिया कि हमारे यहां जाहिल लोगों की वजह से यह कोरोना फैला है। बता दें कि बबीता फौगाट ने पिछले दिनों एक ट्वीट कर जमातियों को कोरोना फैलाने के लिए खुले तौर पर जिम्मेदार ठहराया था, जिसके बाद देश और विदेशों में लंबी बहस छिड़ गई थी। सुशांत राजपूत की मौत के मामले में भी बबीता फौगाट ने फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत का समर्थन करते हुए फिल्म इंडस्ट्री को कठघरे में खड़ा करने का कोई मौका नहीं छोड़ा था।


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