हरियाणा कांग्रेस में बड़े बदलाव की तैयारी, हुड्डा के संग कुलदीप बिश्नोई को मिल सकती है कमान
हरियाणा कांग्रेस में बड़े बदलाव के संकेत हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष और कुलदीप बिश्नोई को विधायक दल का नेता बनाया जा सकता है।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की पटकथा तैयार कर ली गई है। कांग्रेस के नए प्रभारी गुलाम नबी आजाद अगले दो-तीन दिन में हरियाणा कांग्रेस में चार बड़े निर्णय ले सकते हैैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को हरियाणा कांग्रेस का अध्यक्ष तथा कुलदीप बिश्नोई को कांग्र्रेस विधायक दल का नेता बनाया जा सकता है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष आैर कुलदीप बिश्नोई विधायक दल के नेता बन सकते हैं
कांग्रेस हरियाणा के लिए अलग से चुनाव घोषणा पत्र कमेटी का भी ऐलान करने वाली है। इसकी बागडोर हरियाणा कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष डाॅ. अशोक तंवर को सौंपी जा सकती है, लेकिन हुड्डा गुट इस कमेटी में भी अपनी पसंद को तरजीह देने का दबाव पार्टी हाईकमान पर बना रहा है।
चुनाव घोषणा पत्र कमेटी का गठन करेगी कांग्र्रेस, तंवर को जिम्मेदारी के कयास
हरियाणा की चुनाव प्रचार समिति की जिम्मेदारी पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा को सौंपी जा सकती है। पहले भूपेंद्र हुड्डा को ही प्रचार समिति की जिम्मेदारी देने का प्रस्ताव था, लेकिन हुड्डा खेमे के विधायकों ने हाईकमान पर हुड्डा को कमान सौंपने का दबाव ज्यादा ही बढ़ा दिया है। हुड्डा समर्थक विधायकों की दलील है कि हरियाणा में कांग्र्रेस की सत्ता में वापसी के लिए हुड्डा को फ्री-हैैंड दिया जाना जरूरी है।
कुमारी सैलजा और अशोक तंवर।
चुनाव प्रचार समिति की बागडोर कुमारी सैलजा को सौंपे जाने की संभावना
विभिन्न मौकों पर हुड्डा की राजनीतिक ताकत आंक चुके कांग्र्रेस हाईकमान को भी हुड्डा समर्थक विधायकों की यह दलील समझ में आ रही है। हुड्डा को पहले सीएम पद का उम्मीदवार भी घोषित किए जाने की संभावना थी, लेकिन तमाम नेताओं की आपसी गुटबाजी को बढ़ने से रोकने के लिए कांग्रेस हाईकमान फिलहाल हुड्डा को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित नहीं करेगा।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि अगले दो से तीन दिन में चारों कमेटियों की घोषणा संभव है। चुनाव घोषणापत्र कमेटी में नामों को शामिल करने पर अभी सर्वसम्मति नहीं बन पाई है। इससे देरी हो रही है। हुड्डा बुधवार को चंडीगढ़ में ही थे। उन्हें अचानक दिल्ली बुला लिया गया। कांग्रेस के दिग्गज नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला प्रदेश के साथ-साथ केंद्र की राजनीति कर रहे हैैं। माना जा रहा कि किसी भी समय नए जिम्मेदारियों का एलान संभव है।