धनखड़ ने बनाई नई टीम; हरियाणा भाजपा के नए जिला प्रधानों में जवान, विज्ञान और किसान
हरियाणा भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने जिलों में अपनी नई टीम घोषित कर दिया है। धनखड़ ने अपनी टीम मेें जवान विज्ञान और किसान का समावेश किया है।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा भाजपा के अध्यक्ष पद का दायित्व मिलने के एक माह के भीतर ओमप्रकाश धनखड़ ने अपनी नई टीम की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ विचार-विमर्श के बाद धनखड़ ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष से मंजूरी ली तथा बुधवार सबेरे सभी 22 जिलाध्यक्षों के नाम घोषित कर दिए। धनखड़ ने अपनी टीम में जवान, विज्ञान और किसान का समावेश किया है।
हरियाणा में एक माह के भीतर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने घोषित किए नए जिलाध्यक्ष
इससे पहले धनखड़ ने सभी जिलों का दौरा कर मंडल स्तर पर नए जिलाध्यक्षों के नाम के बारे में फीडबैक हासिल किया। अब प्रदेश की टीम घोषित करने की बारी है, जिसे अगले एक पखवाड़े के भीतर घोषित किया जा सकता है। प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ की नई टीम में जवान, किसान और विज्ञान श्रेणी के पार्टी नेताओं के साथ-साथ महिलाओं व युवाओं को पूरा प्रतिनिधित्व दिया गया है। निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के कार्यकाल में बने अधिकतर जिलाध्यक्ष बदल दिए गए हैं।
भाजपा को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएं नए जिलाध्यक्ष : मनोहर लाल
दसूरी ओर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी नव नियुक्त भाजपा जिलाध्यक्षों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट के जरिये बधाई देते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सभी जिलाध्यक्ष अपने कार्यकाल को सफल बनाते हुए पार्टी को और मजबूती के साथ सफलताओं की नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएंगे। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने भी नए जिलाध्यक्षों को बधाई दी है। पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल और पूर्व मंत्री कविता जैन ने जिलाध्यक्षों से आह्वान किया कि वे पार्टी व सरकार के हित में कार्य करते हुए जनहित की समस्याओं के समाधान को आगे आएं।
सुभाष बराला के कार्यकाल में बने 19 जिला अध्यक्ष बदले, तीन जिला अध्यक्षों को दोबारा मौका
धनखड़ ने इस बार 19 नए जिला अध्यक्ष बनाए, जबकि तीन जिला अध्यक्षों को रिपीट किया है। सोनीपत के राई से विधायक मोहन लाल बडोली को सोनीपत के जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मोहन लाल एकमात्र विधायक हैं, जिन्हेंं जिलाध्यक्ष बनाया गया है। इसकी वजह बरोदा उपचुनाव को माना जा रहा है। सोनीपत में डा. धर्मवीर नांदल जिलाध्यक्ष थे, जिन्हेंं बदला गया है।
राई के एकमात्र विधायक मोहनलाल को सोनीपत के जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी, बरोदा चुनाव सिर पर
भाजपा ने इस बार दो महिलाओं को भी जिलाध्यक्ष बनने का मौका दिया है। इनमें हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की निवर्तमान चेयरपर्सन गार्गी कक्कड़ और पानीपत की जिला महामंत्री डा. अर्चना गुप्ता शामिल हैं। गार्गी को गुरुग्राम की जिलाध्यक्ष और डा. अर्चना गुप्ता को पानीपत की जिलाध्यक्ष बनाया गया है। रोहतक में मौजूदा जिलाध्यक्ष अजय बंसल, फरीदाबाद में गोपाल शर्मा और कैथल में अशोक कुमार ढांड रिपीट हुए हैं।
दो महिलाओं गार्गी कक्कड़ को गुरुग्राम और डा. अर्चुना गुप्ता को पानीपत के जिलाध्यक्ष की बागडोर
रेवाड़ी और यमुनानगर के जिलाध्यक्षों के देहावसान के बाद इन दोनों जिलों में नए अध्यक्ष बनाए गए हैं। अशोक ढांड को मिड टर्म में कैथल का जिलाध्यक्ष बनाया गया था। धनखड़ खुद किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं। इसलिए कुछ जिला प्रधान किसान मोर्चे पर पहले काम कर चुके हैं। जींद से राजू मोर और रेवाड़ी से हुकुम चंद यादव का नाम इनमें लिया जा सकता है।
प्रदेश सदस्यों, जिला महामंत्रियों व किसान मोर्चा से जुड़े नेताओं को फ्रंट लाइन पर खेलने का मौका
सीएम मनोहर लाल के जिले करनाल में जगमोहन आनंद के स्थान पर महामंत्री योगेंद्र राणा को जिलाध्यक्ष पद की कमान सौंपी गई है। भाजपा ने प्रदेश कार्यकारिणी सदस्यों, जिला महामंत्रियों व किसान मोर्चा से जुड़े नेताओं को भी फ्रंट लाइन पर आकर खेलने का मौका दिया है।
संगठन के लोगों को ही संगठन की जिम्मेदारी
ओमप्रकाश धनखड़ की टीम में हर वर्ग को प्रतिनिधित्व मिला है। उनके जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की खास बात यह है कि संगठन के कार्यकर्ताओं को संगठन में जिम्मेदारी दी गई। इस बार न तो महिलाओं की अनदेखी हुई और न ही युवाओं को नजर अंदाज किया गया है। पार्टी ने मेहनती कार्यकर्ताओं को संगठन में सम्मान देते हुए साफ सुथरी छवि के नेताओं को जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है।
जिलाध्यक्षों की घोषणा से पहले धनखड़ का होमवर्क
नए जिलाध्यक्षों की घोषणा करते हुए धनखड़ ने लगातार एक माह तक होमवर्क किया है। प्रदेश अध्यक्ष के पद पर धनखड़ की नियुक्ति 19 जुलाई को हुई थी। एक माह तक उन्होंने ढ़ाई सौ से अधिक मंडल अध्यक्षों के साथ बातचीत की। कई जिलों में स्वयं गए। केंद्रीय मंत्रियों व पूर्व मंत्रियों के साथ मौजूदा सांसदों, विधायकों और मंत्रियों से भी विचार विमर्श किया गया। फाइनल चर्चा मुख्यमंत्री मनोहर लाल से की गई। इसके तुरंत बाद धनखड़ लिस्ट लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के पास मंगलवार शाम को पहुंच गए और बुधवार सुबह 19 अगस्त को साढ़े सात बजे जिलाध्यक्षों के नामों की सूची सार्वजनिक कर दी। इस लिस्ट में कई नाम ऐसे हैं, जो सही मायनों में पद के हकदार थे, लेकिन काम के अनुरूप उनको पद नहीं मिल रहा था।
सिरसा में आदित्य देवीलाल होंगे पार्टी का चेहरा
भाजपा ने एक रणनीति के तहत सिरसा जिले में आदित्य देवीलाल को जिलाध्यक्ष पद की कमान सौंपी है। 44 साल के आदित्य ने ग्रेजुएट कर रखी है और खेती करते हैं। देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के पौत्र हैं। 2014 में आदित्य भाजपा में शामिल हुए थे।
वर्ष 2016 में जिला परिषद के चुनाव में आदित्य ने अभय सिंह चौटाला की पत्नी कांता चौटाला को 7106 मत से हराया था। महेंद्रगढ़ के जिला प्रधान राकेश शर्मा स्वर्गीय कैलाश शर्मा के बेटे हैं। स्व. कैलाश शर्मा आरएसएस के वरिष्ठ स्वयंसेवक थे। बंसीलाल सरकार में योजना आयोग के उपाध्यक्ष भी रहे। एक जमाने में वह दक्षिण हरियाणा में रामबिलास शर्मा की तरह पार्टी के बड़े चेहरे थे।
हिसार में सीएम के पूर्व ओएसडी कैप्टन भूपेंद्र पर दांव
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की गुडबुक में रहे उनके पूर्व ओएसडी कैप्टन भूपेंद्र को संगठन में हिसार के जिलाध्यक्ष पद का सम्मान दिया गया है। सेना में वीर चक्र से सम्मानित हो चुके कैप्टन भूपेंद्र विधानसभा चुनाव में नलवा से टिकट के दावेदार थे, लेकिन यहां इनेलो से भाजपा में आए रणबीर गंगवा को टिकट दे दिया गया था। गंगवा अब विधानसभा उपाध्यक्ष हैं। उत्तराखंड में आई त्रासदी के दौरान कैप्टन भूपेंद्र ने सराहनीय काम किए थे। उनके पिता मेजर करतार सिंह आरएसएस के पुराने स्वयंसेवक हैं।
अहीरवाल में राव इंद्रजीत की छाया से मुक्त संगठन
दक्षिण हरियाणा में गिने जाने वाले पूरे अहीरवाल में भाजपा संगठन को केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की छाया से एकदम मुक्त रखने का प्रयास किया गया है। रेवाड़ी, गुरुग्राम व महेंद्रगढ़ सहित तीनों जिलों में संगठन के पुराने चेहरों को कमान सौंपी गई। तीनों ऐसे चेहरे हैं, जिन्हेंं किसी व्यक्ति विशेष का नहीं बल्कि पार्टी का चेहरा माना जाता है। नियुक्तियां करते समय यह भी ध्यान रखा गया है कि वरिष्ठ नेताओं को किसी तरह की नाराजगी न हो। जो लोग राव इंद्रजीत सिंह के धुर विरोधी थे, उन्हेंं जिला प्रधानों की कुर्सी से दूर रखा गया है।
भाजपा के नए जिलाध्यक्ष-
सोनीपत - मोहन लाल बडोली (विधायक राई)
अंबाला - राजेश बतोरा (जिला महामंत्री)
हिसार - कैप्टन भूपेंद्र सिंह (पूर्व ओएसडी सीएम)
फतेहाबाद - बलदेव गिरोह (जिला महामंत्री)
महेंद्रगढ़ - राकेश शर्मा (किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य)
चरखी दादरी - सतेंद्र परमान (प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा)
जींद - राजू मोर - (प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा)
करनाल - योगेंद्र राणा (जिला महामंत्री)
सिरसा - आदित्य देवीलाल (जिला पार्षद)
झज्जर - विक्रम कादियान (प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा)
यमुनानगर - राजेश सपड़ा (जिला महामंत्री)
कुरुक्षेत्र - राजकुमार सैनी (किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री)
कैथल - अशोक कुमाड ढांड (जिलाध्यक्ष रिपीट)
पानीपत - डा. अर्चना गुप्ता (महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष)
भिवानी - शंकर धूपड (पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश महामंत्री)
रोहतक - अजय बंसल (जिलाध्यक्ष रिपीट)
नूह - नरेंद्र पटेल (पूर्व जिला महामंत्री)
पलवल - चरण सिंह तेवतिया (युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष)
फरीदाबाद - गोपाल शर्मा (जिलाध्यक्ष रिपीट)
गुरुग्राम - गार्गी कक्कड़ (प्रदेश मंत्री एवं निवर्तमान चेयरमैन खादी बोर्ड)
पंचकूला - अजय शर्मा (जिला उपाध्यक्ष)
रेवाड़ी - हुकुम चंद यादव (कोसली हलके की निगरानी समिति के संयोजक)।