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चंडीगढ़ की तर्ज पर पंचकूला में भी थियेटर को बढ़ावा देना जरुरी : जोगपाल

लेखिका सविता गर्ग सावी के पहले काव्य संग्रह मैं मीरा सी का विमोचन।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Dec 2019 09:23 PM (IST)Updated: Mon, 02 Dec 2019 06:16 AM (IST)
चंडीगढ़ की तर्ज पर पंचकूला में भी थियेटर को बढ़ावा देना जरुरी : जोगपाल
चंडीगढ़ की तर्ज पर पंचकूला में भी थियेटर को बढ़ावा देना जरुरी : जोगपाल

जागरण संवाददाता, पंचकूला : लेखिका सविता गर्ग सावी के पहले काव्य संग्रह मैं मीरा सी का विमोचन रविवार को हरियाणा ग्रंथ अकादमी सभागार में नगर निगम पंचकूला के आयुक्त राजेश जोगपाल ने किया। उनके साथ राष्ट्रीय कवि अनित्य नारायण मिश्र, एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर पंकज शर्मा, हरियाणा कला परिषद के डायरेक्टर अनिल कौशिक, अतिरिक्त निदेशक कृषि विभाग आरएस सोलंकी मौजूद रहे। समन्वय कॉम वेलफेयर सोसाइटी पंचकूला के प्रधान कंवल बिदुसार और सविता गर्ग सावी ने आए हुए मेहमानों का स्वागत किया। इस अवसर पर राजेश जोगपाल ने सविता गर्ग और कंवल बिदुसार को सफल आयोजन के लिए बधाई दी। जोगपाल ने कार्यक्रम में समाज में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम करने वालों को सम्मानित किया गया। नगर निगम के प्रशासक राजेश जोगपाल ने कहा कि कला के क्षेत्र में लोगों ने बहुत नाम कमाया है। कला सभी में हैं, लेकिन उन्हें उभारना चाहिए। जोगपाल ने बताया कि जब मैंने निगम में ज्वाइन किया तो महिला दिवस पर कार्यक्रम करने की ठानी और निगम में काम करने वाली महिलाओं का टैलेंट सर्च किया गया। जब यह कार्यक्रम हुआ तो लगता था कि बहुत प्रोफेशनल लोगों ने अपनी प्रस्तुति दी है। उन्होंने कहा कि कला के प्रति हरियाणा में उत्साह कम है। पंचकूला में मैंने कभी नहीं देखा कि कोई थिएटर कार्यक्रम हो। चंडीगढ़ की तरह थिएटर कार्यक्रम आयोजित होने चाहिए। लोकल टैलेंट को जरूर सर्च किया जाना चाहिए। नहीं सोचा था की पुस्तक लिखूंगी : सविता गर्ग

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सविता गर्ग ने बिना तेरे भला यह दिल चैन कहां चल पाएगा, जगत की भीड़ में कहीं आंसू बहाएगा पंक्तियां सुनाकर सभी का दिल जीत लिया। उन्होंने बताया कि यह पंक्तियां मेरे दिल के करीब हैं। कान्हा हमेशा सभी को मुश्किलों से निकालने वाले हैं, हम सब कुछ महसूस करते हैं और उसे सार्थक कान्हा जी करते हैं। सविता गर्ग ने बताया कि जब मैं 11वीं कक्षा में थी, तो पहली बार वृंदावन गई थी। वहां से वापस आने के बाद मुझे महसूस हुआ कि वहां कुछ है, जो मैं पीछे छोड़ा आई हूं। इसी उलझन में मैंने कुछ पंक्तियां लिखी, जिन्होंने भजन का रूप ले लिया। तब मैंने ऐसा नहीं सोचा था कि कोई ऐसा दिन आएगा जब मैं एक पुस्तक लिखूंगी। कई लोगों को किया सम्मानित

सविता ने प्रकाशक डॉ. संजय रमन और कंवल बिदुसार का आभार व्यक्त किया। कंवल बिदुसार ने बताया कि कार्यक्रम आदर सम्मान, प्रेम और आशीर्वाद की भावना से किया गया। कार्यक्रम के माध्यम से समाज के ऐसे लोगों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में जीवन को सार्थक किया है। राजेश जोगपाल ने एक बुजुर्ग मोची गोवर्धन लाल, बुजुर्ग चाय वाली महिला दुखना देवी और एक वेटर चमन महाजन को सम्मानित किया। इसके अलावा पूर्व पार्षद सीबी गोयल, रामकरण शर्मा, डॉ. संदीप कुमार, अनिल सोनी, गौरव गर्ग, यशपाल कंचन, संजय रमन सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वालों को सम्मानित किया।


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