इंस्पेक्टर दांगी सुसाइड मामले की CBI जांच शुरू, सामने आ सकता है राजनीतिक कनेक्शन
खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक आशीष दांगी के आत्महत्या प्रकरण की जांच सीबीआइ करेगी। आत्महत्या प्रकरण में राजनीतिक कनेक्शन सामने आ सकता है।
जेएनएन, चंडीगढ़। कुरुक्षेत्र में नियुक्त खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक आशीष दांगी के आत्महत्या करने का मामला हाई प्रोफाइल हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके अभय सिंह चौटाला की मांग पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल निरीक्षक की आत्महत्या के मामले की जांच CBI को सौंप चुके हैं। सर्वदलीय बैठक में विपक्ष के दोनों नेताओं ने मनोहर लाल से यह मांग की थी, जिसके बाद सरकार की कार्रवाई तेज हो गई और CBI ने जांच भी आरंभ कर दी है।
खाद्य एवं आपूर्ति निरीक्षक आशीष दांगी के आत्महत्या करने के पीछे किसी बड़ी साजिश की आशंका जताई जा रही है। CBI यदि तह में गई तो राजनीतिक कनेेक्शन भी सामने आ सकता है। हरियाणा सरकार ने इसी मामले में कुरुक्षेत्र के डीएफएससी नरेंद्र सहरावत सहित दो अधिकारियों का स्थानांतरित कर दिया है। इंस्पेक्टर आशीष ने एक वीडियो में नरेंद्र सहरावत, अंकुर जांगडा और प्रवीण कुमार चानना पर गंभीर आरोप लगाए थे। डीएफएससी नरेंद्र सहरावत का राजनीतिक कनेेक्शन बताया जाता है।
कुरुक्षेत्र में कई चावल मिल मालिक मन से चाहते थे कि इस पूरे मामले की CBI जांच होनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने हुड्डा और चौटाला के समक्ष मांग करते हुए मुख्यमंत्री तक पूरा मसला पहुंचाने का अनुरोध किया था। सूत्रों के अनुसार खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के मंत्री डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला हैं, लेकिन यह डीएफएससी यहां काफी विवादों में रहा, क्योंकि उसका कनेेक्शन एक हाईप्रोफाइल नेता से बताया जाता है। सरकार के पास हालांकि यह जानकारी पहले से थी, लेकिन इसके बावजूद मुख्यमंत्री ने हुड्डा और चौटाला की मांग को नजरअंदाज नहीं किया तथा केस की CBI जांच शुरू करा दी।
इंस्पेक्टर आशीष दांगी की पत्नी ने जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। गत दिनों जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में कार्यरत इंस्पेक्टर आशीष दांगी ने जहरीला पदार्थ निकल लिया था, जिसके बाद उसे तत्काल नगर के एक प्राइवेट अस्पताल में दाखिल कराया गया था। यहां मौत से पहले उसने ऑन कैमरा एक बयान दिया था, जिसमें अपनी मौत के लिए जिम्मेदार तीन लोगों को बताया और कहा कि विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है और पैसे लेकर तैनाती देने जैसी बातें हैं। इंस्पेक्टर की मौत के बाद यह वीडियो वायरल हो गया था।
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