हरियाणा में आशा वर्कर्स का मानदेय चार गुना बढ़ा, सरकार पर पड़ेगा 76 करोड़ का बोझ
स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव पर सीएम ने मुहर लगा दी है। राज्य में 20 हजार आशा वर्कर्स में चार गुनी वृद्धि की गई है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में आशा वर्कर्स को अब करीब चार गुना मानदेय मिलेगा। प्रदर्शन आधारित मासिक प्रोत्साहन राशि को एक हजार रुपये से बढ़ाकर चार हजार रुपये कर दिया गया है। इसके अलावा संस्थागत डिलीवरी के प्रत्येक केस के लिए उन्हें 200 की जगह अब 300 रुपये मिलेंगे। स्वास्थ्य विभाग के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंजूरी दे दी है।
इस फैसले से करीब बीस हजार आशा वर्कर्स को फायदा होगा, जबकि सरकारी खजाने पर 76 करोड़ रुपये से अधिक का बोझ पड़ेगा। वर्तमान में केरल में आशा वर्कर को 7500, तेलंगाना में छह हजार, दिल्ली व गुजरात में 4500 और कर्नाटक में 3500 रुपये मानदेय दिया जा रहा है। वहीं हरियाणा में केवल एक हजार रुपये मिल रहे थे। ऐसे में गत जनवरी में आशा वर्कर्स ने पहले नौ दिन तक धरना दिया और फिर चार दिन की हड़ताल करते हुए गिरफ्तारियां भी दी थी।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि जनवरी में आशा वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मिलकर मानदेय बढ़ाने की मांग रखी थी। उसी के बाद यह निर्णय लिया गया है। आशा वर्कर्स को औसत मासिक प्रदर्शन आधारित कमाई 2200 रुपये और 1100 रुपये अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देय होगी।
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