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एचएसवीपी का ऑनलाइन सिस्टम बना आफत

हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) का ऑनलाइन सिस्टम।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Aug 2019 11:05 PM (IST)Updated: Fri, 30 Aug 2019 06:44 AM (IST)
एचएसवीपी का ऑनलाइन सिस्टम बना आफत
एचएसवीपी का ऑनलाइन सिस्टम बना आफत

राजेश मलकानियां, पंचकूला : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) का ऑनलाइन सिस्टम लोगों के लिए आफत बन चुका है। ट्रांसफर परमिशन की फाइलें एक ऑब्जेक्शन के कारण कई महीनों तक लटकी रहती है और लोगों को फिर से पूरा प्रोसेस करना पड़ता है। जब से ऑनलाइन सिस्टम लागू हुआ है, लोगों को एक फाइल क्लीयर करवाने के लिए तीन से चार बार भी अप्लाई करना पड़ा। एचएसवीपी के ऑनलाइन सिस्टम में केवल फाइल को रिजेक्ट करने या क्लीयर करने का ही प्रावधान है, जबकि एक ऑब्जेक्शन के लिए फाइल को होल्ड करके ठीक करने की मांग लंबे समय से लोग कर रहे हैं। यह है मामला

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ट्रांसफर परमिशन पास होने के लिए लगभग 5 से 6 सीटों पर जाती है। ऐसे में किसी ना किसी सीट पर कोई ऑब्जेक्शन अवश्य लग जाता है। ऐसे में एक बार ऑब्जेक्शन लगने के बाद उसे रिजेक्ट कर दिया जाता है। जिससे ट्रांसफर परमिशन अप्लाई करने वाले को दोबारा से पूरा प्रोसेस अपनाना पड़ता है। जिससे ट्रांसफर परमिशन लेने में बड़ी मुशकिल होती है। यदि ट्रांसफर परमिशन में कहीं कोई ऑब्जेक्शन लगता है, तो उसे तुरंत रिजेक्ट करने की बजाय होल्ड कर दें और अप्लाई करने वाले को सूचित किया जाए, ताकि वह तुरंत खामी को दूर करे। डीलर लगातार उठा रहे हैं मांग

ट्रांसफर परमिशन की रिजेक्शन को रोकने एवं ऑब्जर्वेशन फार्म डलवाने की मांग को लेकर एक बार फिर हरियाणा स्टेट प्रॉपर्टी डीलरर्स एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधान सुरेश अग्रवाल की अध्यक्षता में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की नई संपदा अधिकारी निशु सिगल से मुलाकात की। प्रॉपर्टी डीलरों ने पेंडिग पड़ी फाइलों एवं ट्रांसफर परमिशन की बढ़ रही रिजेक्शन को लेकर संपदा अधिकारी से हल निकालने के लिए कहा। आइटी सेल से होगी बैठक

संपदा अधिकारी ने डीलरों को बताया कि सारा सिस्टम ऑनलाइन है और ट्रांसफर परमिशन में केवल रिजेक्शन एवं पास करने की ही ऑप्शन है। उसमें ऑब्जर्वेशन देने का कोई प्रावधान नहीं है। इसलिए संपदा अधिकारी ने आइटी सेल से बैठक करके ऑब्जर्वेशन फार्म डलवाने का आश्वासन दिया है। निशु सिगल ने आश्वासन दिया है कि आइटी सेल से इस समस्या का हल निकलवाया जाएगा। किसी भी केस में री शेड्यूल और री अप्लाई के समय दोबारा आवेदनकर्ताओं को व्यक्तिगत उपस्थिति से छूट दी जाए, क्योंकि उसकी बायोमीट्रिक अटेंडेंस पहले ही लग चुकी होती है। इससे केवल लोगों को मानसिक तौर पर परेशानी होती है।

-रोशन लाल सिगल, चीफ पैटर्न, हरियाणा स्टेट प्रॉपर्टी डीलर एसोसिएशन ट्रांसफर परमिशन को लेकर लोगों को बहुत परेशानी होती है। एक भी सीट पर ऑब्जेक्शन लग जाता है, तो दोबारा से पूरा प्रोसेस करना पड़ता है। इससे केवल लोगों को परेशानी ही होती है। कई बार इस संबंध में आवाज उठा चुके हैं, उम्मीद है कि जल्द हल होगा।

-सुरेश अग्रवाल, प्रधान, हरियाणा स्टेट प्रॉपर्टी डीलर एसोसिएशन एचएसवीपी की संपदा अधिकारी निशु सिगल के पास दो कार्यालयों का काम सौंपा गया है। एचएसवीपी के ईओ के पास काफी काम है और कभी भी यहां दो चार्ज वाले अधिकारी पूरा समय नहीं दे पाये, इसलिए फाइल पेंडिग हो जाती है, इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए।

- परविंद्र ढींगरा, कैशियर, हरियाणा स्टेट प्रॉपर्टी डीलर एसोसिएशन


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