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हरियाणा में अगले साल जनवरी में होंगे शहरी निकाय चुनाव, तब तक प्रशासक करेंगे काम

भाजपा शहरी निकाय चुनाव प्रबंध कमेटी में अगले वर्ष जनवरी में निकाय चुनाव कराने पर सहमति बन गई है। हालांकि अगर नेताओं की उत्तराखंड पंजाब यूपी चुनाव में ड्यूटी लगी तो यह चुनाव आगे भी खिसक सकते हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Thu, 25 Nov 2021 01:25 PM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 01:44 PM (IST)
हरियाणा में शहरी निकाय चुनाव जनवरी 2022 में। सांकेतिक फोटो

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में शहरी निकाय चुनाव इस साल होने की संभावना नहीं है। भाजपा शहरी निकाय चुनाव प्रबंधन कमेटी के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक में अगले साल जनवरी में निकाय चुनाव कराने पर सहमति बनी है। प्रदेश के भाजपा नेताओं को यदि पंजाब, गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए भेजा गया तो शहरी निकाय चुनाव फरवरी के बाद भी हो सकते हैं। शहरी निकाय चुनाव हो जाने के बाद ही प्रदेश में पंचायत चुनाव होंगे। तब तक शहरी निकाय और पंचायतें पहले की तरह प्रशासकों के हवाले ही रहेंगी।

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परिवहन मंत्री पंडित मूलचंद शर्मा के आवास पर हुई भाजपा शहरी निकाय चुनाव प्रबंधन कमेटी बैठक में शहरी निकाय चुनाव की रणनीति पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी इस बैठक में शामिल होना था, लेकिन उन्हें अचानक दिल्ली जाना पड़ गया। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और प्रांतीय संगठन मंत्री रवींद्र राजू विशेष तौर पर इस बैठक में शामिल हुए। प्रदेश में 56 शहरी निकायों में चुनाव होने हैं। इनमें फरीदाबाद व मानेसर नगर निगम के चुनाव भी शामिल हैं।

गुरुग्राम नगर निगम के चुनाव 2022 में हैं, लेकिन वहां समय से पहले चुनाव कराए जा सकते हैं। मानेसर नगर निगम का गठन सरकार ने हाल ही में किया है। वर्तमान में यहां वार्डबंदी का काम चल रहा है। 50 से अधिक नगर परिषद व नगर पालिकाओं का कार्यकाल जून में ही पूरा हो चुका। यह सभी शहरी निकाय फिलहाल प्रशासकों के हवाले हैं। हरियाणा के परिवहन मंत्री पंडित मूलचंद शर्मा की अध्यक्षता में शहरी निकाय चुनाव प्रबंधन कमेटी का गठन हो रखा है।

इससे पहले दो बार इस कमेटी की बैठकें हो चुकी हैं। बुधवार को तीसरी बैठक में जनवरी के पहले सप्ताह में निकाय चुनाव करवाने पर सैद्धांतिक सहमति बनी है, लेकिन अंतिम फैसला तब की राजनीतिक परिस्थितियों पर छोड़ दिया गया है। पांच राज्यों में होने वाले चुनाव के लिए हरियाणा के भाजपा नेताओं को अभी कोई निमंत्रण नहीं मिला है। इसलिए संभावित समय जनवरी रखा गया है, जिसमें बदलाव हो सकता है। चुनाव प्रबंधन कमेटी की अगली बैठक के लिए 15 दिसंबर निर्धारित की गई है।

हाईकोर्ट के फैसले के बाद होंगे पंचायत चुनाव

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि शहरी निकाय चुनाव के बाद ही पंचायत चुनाव होंगे। धनखड़ ने साफ कर दिया है कि पंचायती राज संस्थाओं जिला परिषद, ब्लाक समिति व ग्राम पंचायतों के चुनाव करवाए जाने को लेकर सरकार जल्दबाजी में नहीं है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चल रहे केस का फैसला आने के बाद ही चुनावों का फैसला होगा। गठबंधन सरकार ने पंचायतों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण का फैसला लिया है। हाईकोर्ट ने इसे स्टे किया हुआ है। सरकार अपने फैसले के अनुसार ही चुनाव करवाने के मूड़ में है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पंचायत चुनावों के लिए शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर की अध्यक्षता में कमेटी बनाई हुई है। यह कमेटी अपना काम कर रही है, लेकिन अभी तक के हालात को देखकर लगता है कि हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद ही चुनाव होंगे।

खुद आगे बढ़कर भर्तियों की जांच करा रही सरकार

हरियाणा के परिवहन मंत्री पंडित मूलचंद शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हरियाणा लोकसेवा आयोग के उपसचिव अनिल नागर सहित तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। प्रदेश सरकार ईमानदारी से काम कर रही है। सरकार की ईमानदारी का इसी बात से पता लगता है कि खुद आगे बढ़कर इस विषय की जांच करवाई जा रही है। पूर्व की सरकारों की तरह मामलों को दबाने में मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कोई भरोसा नहीं है। भाजपा का विश्वास पारदर्शिता में है।


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