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हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने किया आंदोलन का आगाज

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By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Jun 2020 10:38 PM (IST)Updated: Mon, 22 Jun 2020 06:17 AM (IST)
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने किया आंदोलन का आगाज
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने किया आंदोलन का आगाज

जागरण संवाददाता, पंचकूला : हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने शिक्षामंत्री का पुतला जलाकर आंदोलन का आगाज करने का फैसला लिया है। इनकी मांग है कि 1983 पीटीआइ को सेवा सुरक्षा देने, अव्यवहारिक रेशनलाइजेशन पर रोक लगाने, बिना बच्चों के भी शत-प्रतिशत अध्यापकों को स्कूलों में बुलाने पर रोक लगाने व अध्यापकों के अन्य लंबित मामलों का निपटान हो। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान राजेन्द्र पाल, जिला सचिव विजय पाल सिंह, वरिष्ठ उपप्रधान मंजु बाला, उपप्रधान सत्यनारायण शर्मा, कोषाध्यक्ष सुभाष कुमार व राज्य सचिव लैक सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा लगातार तुगलकी फरमान जारी किए जा रहे हैं, जिनके कारण अध्यापकों की जान सांसत में आई हुई है। विभाग ने माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए 1983 पीटीआइ को तुरंत रिलीव करने के आदेश जारी कर दिए, जबकि माननीय न्यायालय के आदेशानुसार उन्हें लॉकडाउन के बाद पांच माह तक का समय दिया गया था। 10 जून को एक अस्पष्ट पत्र विभाग द्वारा जारी कर दिया जाता है। जिसका हर जिला शिक्षा अधिकारी अपने-अपने स्तर पर उसका पालन करवा रहा है। स्कूलों में विद्यार्थी नहीं हैं। परिवहन व्यवस्था चल नहीं रही है। जिसके कारण यमुनानगर आदि अन्य जिलों से अध्यापक अध्यापिकाएं पब्लिक ट्रांसपोर्ट की अनुपस्थिति में अपने साधन करके पहुंच भी जाते हैं तो कोरोना के डर से यहां उनको कोई रहने के लिए कमरे तक देने को तैयार नहीं है। कई बड़े विद्यालयों में स्टाफ 50 से भी अधिक है और सभी अलग-अलग स्थानों से आते हैं जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। रेशनेलाइजेशन की कोई स्पष्ट नीति नहीं है, लेकिन अब रेशनेलाइजेशन के नाम पर छात्र शिक्षक अनुपात बढ़ाकर शिक्षकों के हजारों पद समाप्त किए जा रहे हैं। लंबे समय से अटकी है प्रमोशन

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लंबे समय से अध्यापकों की प्रमोशन अटकी हुई हैं। 2011 और 17 में लगे अध्यापकों को अभी तक भी स्थाई तौर पर जिले अलॉट नहीं किए गए हैं। स्पष्ट स्थानांतरण नीति लागू की जाए। अध्यापक संघ ने फैसला किया है कि यदि 22 जून तक उपरोक्त मुद्दों का समाधान नहीं किया जाता है तो 24 जून को प्रत्येक जिले में प्रदर्शन करते हुए शिक्षामंत्री के पुतले दहन करते हुए आंदोलन का आगाज किया जाएगा।


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