दुग्ध उत्पादों में चंडीगढ़ में पंजाब को एेसे टक्कर देगा हरियाणा
चंडीगढ़ में भी अब हरियाणा सरकार के दूध से बने उत्पाद नजर आएंगे। अभी तक चंडीगढ़ के दूध और उससे बने उत्पादों के बाजार पर पंजाब का ही कब्जा था।
जेएनएन, चंडीगढ़। राजधानी चंडीगढ़ में भी अब हरियाणा सरकार के दूध से बने उत्पाद नजर आएंगे। अभी तक चंडीगढ़ के दूध और उससे बने उत्पादों के बाजार पर पंजाब का ही कब्जा था, लेकिन पहली बार हरियाणा सरकार ने हस्तक्षेप बढ़ाते हुए चंडीगढ़ में वीटा के बूथों की संख्या बढ़ा दी है।
हरियाणा डेयरी विकास प्रसंघ ने पहली बार चंडीगढ़ में तीन दर्जन वीटा के बूथ अलॉट किए हैैं। हालांकि अभी भी पंजाब दूध उत्पादक संघ एवं सहकारी समिति (मिल्कफेड) के वेरका के बूथों की संख्या इससे कहीं अधिक है। चंडीगढ़ में अभी तक जितने भी बूथ अलॉटमेंट होते रहे हैैं, उनमें नेताओं, विधायकों और अधिकारियों का हस्तक्षेप रहा है। मंत्री और विधायक अपने रिश्तेदारों के नाम से बूथ अलॉटमेंट के लिए आवेदन कराते आए हैैं और बाद में उन्हें किराये पर चढ़ा देते हैैं।
चंडीगढ़ में इस बार भी दो मंत्रियों और छह विधायकों के साथ-साथ तीन अधिकारियों की पसंद के लोगों ने वीटा के बूथ के लिए आवेदन किया था, लेकिन इनमें से किसी को बूथ अलॉट नहीं हुआ। हरियाणा सरकार ने बूथ अलाटमेंट में सिफारिश मानने से पूरी तरह इन्कार कर दिया। ऐसा पहली बार हुआ कि रेहड़ी पर दूध और उससे बने उत्पाद बेचने वाले लोगों के आधा दर्जन बूथ निकले हैैं।
प्रसंघ के चेयरमैन जीएल शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल और संबंधित विभाग के मंत्री वीटा के दूध और उससे बनने वाले उत्पादों की मार्केटिंग में खास रुचि ले रहे हैैं। भविष्य में इसके अच्छे नतीजे सामने आएंगे।
25 तरह के दुग्ध उत्पाद तैयार कर रहा वीटा
वीटा के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी आशुतोष राजन के अनुसार वीटा द्वारा 25 तरह के उत्पादों का निर्माण किया जाता है। इनमें दूध, दही, लस्सी, आइसक्रीम, घी, मक्खन, खीर, गाय का दूध, काजू पिन्नी, मिल्क केक, स्ट्राबेरी मिल्क, मस्त मेंगो, बटर स्काच मिल्क और कोर्न आइसक्रीम आदि प्रमुख हैं।