हरियाणा सरकार और भाजपा संगठन के दिग्गज दिल्ली तलब
हरियाणा में लाेकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा पूरी तरह से सक्रिय हो गई है। भाजपा नेतृत्व ने हरियाणा के मंत्रियों और प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली तलब किया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। मिशन-2019 में हरियाणा की सभी दस संसदीय सीटें अपनी झोली डालने के लिए भाजपा आलाकमान कोई कसर छोड़ना नहीं चाहती। दो दिन पहले सूरजकुंड में लगातार साढ़े छह घंटे तक संगठन मंत्रियों से ग्राउंड रिपोर्ट लेने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने फिर से सरकार और संगठन में शीर्ष पदों पर काबिज हरियाणा भाजपा के दिग्गजों को दिल्ली तलब किया है। 22 जून को नई दिल्ली में होने वाली लोकसभा चुनाव देख-रेख समिति की बैठक में वर्तमान पार्टी सांसदों के रिपोर्ट कार्ड पर मंथन के साथ ही अगले चुनावी परिदृश्य पर चर्चा होगी।
भाजपा की लोकसभा चुनाव देख-रेख समिति खंगालेगी हरियाणा के सांसदों का रिपोर्ट कार्ड
अगले साल हो रहे लोकसभा चुनाव की रणनीति में हरियाणा भाजपा आलाकमान के केंद्र बिंदु में है। राष्ट्रीय राजधानी से सटे इस प्रदेश से निकला संदेश पूरे देश की राजनीति को प्रभावित करेगा। यही वजह है कि भाजपा अध्यक्ष शाह ने हरियाणा पर विशेष फोकस कर रखा है। तीन महीने में छह बार मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बुलाकर उनसे सरकार की कार्यप्रणाली और योजनाओं पर रिपोर्ट ले चुके शाह ने शनिवार को सूरजकुंड में विस्तारकों की सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में सांसदों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करने की ड्यूटी लगाई थी।
यह भी पढ़ें: यमुना में गंदगी के लिए सीएम ने पीएम के समक्ष केजरी सरकार पर साधा निशाना
नई दिल्ली में हो रही लोकसभा चुनाव देख-रेख समिति की बैठक से पहले ही विस्तारक अपनी रिपोर्ट आलाकमान को सौंप देंगे। इसके बाद शुक्रवार को बैठक में अमित शाह पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल, हरियाणा प्रभारी और राज्यसभा सदस्य डॉ. अनिल जैन, प्रदेश के संगठन मंत्री सुरेश भट्ट और मुख्यमंत्री मनोहर लाल से चर्चा करेंगे।
इस दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, राव इंद्रजीत सिंह और कृष्णपाल गुर्जर के अलावा हरियाणा के मंत्रियों में रामबिलास शर्मा, ओमप्रकाश धनखड़, कैप्टन अभिमन्यु और अनिल विज के अलावा पार्टी की राष्ट्रीय सचिव सुधा यादव मौजूद रहेंगी।
संसदीय चुनाव का रोडमैप होगा तैयार
लोकसभा चुनाव देख-रेख समिति की बैठक में हर संसदीय क्षेत्र में पार्टी की स्थिति पर अलग-अलग चर्चा होगी। ऐसे में कुछ सांसदों पर आलाकमान की नजर टेढ़ी हो सकती है जिनकी ग्राउंड रिपोर्ट ठीक नहीं। कार्यकर्ताओं से लेकर संगठन पदाधिकारी तक इन माननीयों की कार्यशैली पर सवाल उठाते रहे हैं। आगामी लोकसभा चुनावों का रोडमैप तैयार करते हुए आलाकमान हालांकि सांसदों को साल भर में अपनी छवि सुधारने और फील्ड में सक्रियता बढ़ा कार्यकर्ताओं से सामंजस्य बैठाने का मौका देगा, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं होने पर टिकट कटना तय है।
सकारात्मक रिपोर्ट पर ही वर्तमान सांसदों पर दोबारा दांव
अमित शाह ने प्रदेश के सभी सांसदों का असल रिपोर्ट कार्ड बनाने के लिए संगठन मंत्री को अधिकृत किया है। सांसद की रिपोर्ट सकारात्मक रहने पर ही पार्टी उन पर दोबारा दांव खेलेगी। संगठन महामंंत्री सांसदों की कार्यप्रणाली पर पूरा होमवर्क करने में लगे हैं। भाजपा की निगाह अपनी सीटें बचाने के साथ ही विशेषकर रोहतक, हिसार और सिरसा पर है जिनमें से एक पर कांग्रेस और दो पर इनेलो का कब्जा है। कुरुक्षेत्र से सांसद राजकुमार सैनी के बगावती तेवरों के चलते उनका विकल्प ढूंढ़ा जाना तय है।
यह भी पढें: विदेशी बहू ने ससुराल वालों के खिलाफ विदेश मंत्री को भेजी शिकायत
-------
'' भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के निर्देश पर 22 जून को नई दिल्ली में लोकसभा चुनाव देख-रेख समिति की बैठक बुलाई गई है। इसमें वर्तमान हालात पर चर्चा करने अलावा भविष्य की रणनीति तय होगी। पार्टी अगले लोकसभा चुनाव में सभी 10 सीटों पर जीतने वाले उम्मीदवार ही उतारेगी।
- राजीव जैन, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार।