Haryana Liquor Scam: अनिल विज ने कहा- स्टेट विजिलेंस करेगी शराब घोटाले की जांच
Haryana Liquor Scam हरियाणा में हुए कथित शराब घोटाले की जांच स्टेट विजिलेंस करेगी। यह जानकारी गृह मंत्री अनिल विज ने दी।
जेएनएन, चंडीगढ़। Haryana Liquor Scam: हरियाणा में शराब घोटाले के मामले की जांच स्टेट विजिलेंस करेगी। यह जानकरी राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने दी। विज नेे कहा कि लॉकडाउन में जब शराब घोटाले की जानकारी आई थी तब हमने एक एसईटी का गठन किया था। इसके लिए किसी नेता या किसी अन्य ने नहींं कहा था। हमने खुद इस बात को समझा इस बात की जांच एसईटी से होनी चाहिए, जिसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया।
विज ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कमेटी ने समय बढ़ाने की मांग की थी। हालांकि कमेटी ने अपनी रिपोर्ट 31 जुलाई को सौंप दी। गृह मंत्री ने कहा, ''मैंंने इस रिपोर्ट को अपनी कुछ रेकेमेंडेशन, जिसमें आइपीएस प्रतीक्षा गोदारा और आइएएस शेखर विद्यार्थी के खिलाफ व अन्य अधिकारियों पुलिस और आबकारी विभाग के खिलाफ विभागीय जांच करना था और मामला दर्ज कर विजिलेंस से जांच करने की मांग की थी।''
विज ने कहा कि जो रेकेमेंडेशन उन्होंने की उन पर सीएम ने अपनी मोहर लगाकर 10 अगस्त को चीफ सेक्रेटरी को भेज दी थी। चीफ़ सेक्रेटरी ने एक पत्र एसीएस होम और एक पत्र एसीएस आबकारी विभाग को लिखकर विभागीय जांच कराने को लिखा। चीफ सेक्रेटरी ने आइएएस शेखर विद्यार्थी से एक्सपलनेशन भी काल की है।
विज के मुताबिक चीफ सेक्रेटरी ने गृह विभाग को कहा है कि प्रतीक्षा गोदारा से भी जवाब मांगा जाए। विज नेइसकी जांच विजिलेंस विभाग से कराने की मांग थी, जिस मुख्यमंत्री ने मंजूर कर लिया है। अब एसईटी की रिपोर्ट के आधार पर मामले की जांच विजिलेंस करेगी।
कार्यक्रमों पर रोक लगाने के आदेश
विज ने कहा कि कोविड-19 के चलते हरियाणा में मास्क न पहनने पर चालान हो रहे हैं। प्रदेश में अब तक 3 लाख चालान हुए हैंं, जिससे करीब 15 करोड़ रुपये की वसूली हुई है। प्रदेश में कोरोना के बीच हो रहे राजनीतिक और सामाजिक कार्यक्रमों पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि केंद्र की गाइडलाइन के मुताबिक सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रम में लोग इकठ्ठे नहींं हो सकते हैंं। विज ने कहा कि उन्होंने डीसी और एसपी को आदेश दिए हैंं इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाएं।