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हरियाणा के शराब घोटाले के तार गुजरात तक जुड़े, लॉकडाउन के दौरान सात राज्यों में हुई सप्‍लाई

हरियाणा शराब घोटाला के तार गुजरात और दिल्‍ली से सात राज्‍यों से जुड़ते दिख रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान खरखौदा के गोदाम से गायब कर शराब इन राज्‍यों तक सप्‍लाई की गई।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Tue, 12 May 2020 03:47 PM (IST)Updated: Tue, 12 May 2020 03:47 PM (IST)
हरियाणा के शराब घोटाले के तार गुजरात तक जुड़े, लॉकडाउन के दौरान सात राज्यों में हुई सप्‍लाई

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा के सोनीपत स्थित खरखौदा में हुए शराब घोटाले के तार हरियाणा, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली सहित सात राज्यों से जुड़ गए हैं। लॉकडाउन के दौरान खरखौदा के गोदाम से इन राज्‍यों तक शराब की सप्‍लाई की गई। इसके साथ ही शराब तस्करी का आरोप से घिरे चंडीगढ़ के सेक्टर 50 में रहने वाले जिस भूपेंद्र सिंह दहिया के राजनीतिक संबंधों की भी पड़ताल की जा रही है।

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भूपेंद्र सिंह दहिया पर एसपी को दस लाख और एसएचओ को दो लाख रुपये की रिश्वत देने का आरोप

 शराब तस्करी और शराब के अवैध धंधे समेत विभिन्न धाराओं में भूपेंद्र पर एक दर्जन से ज्यादा एफआइआर दर्ज है। इसके बावजूद आज तक उसका बाल भी बांका नहीं हुआ। हरियाणा सचिवालय में उसे कई बड़े पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के पास आते-जाते देखा गया है।

हरियाणा में लॉकडाउन के दौरान न केवल पूरे प्रदेश बल्कि आसपास के राज्यों में भी शराब की तस्करी हुई है। सोनीपत के खरखौदा स्थित भूपेंद्र सिंह दहिया का वह गोदाम सेंटर प्वाइंट था, जहां पुलिस जब्त की गई शराब रखती थी। इस गोदाम में बढ़यिा किस्म की शराब की करीब साढ़े पांच हजार पेटियां रखी गई थी। एक पेटी में 12 बोतल आती हैं। आबकारी एवं कराधान विभाग की शराब भी इसी गोदाम में रखी जाती थी, ताकि ठेकेदारों के मांगने पर उन्हेंं सप्लाई की जा सके।

चार फोन के जरिये की गईं कालसे पता चलेगा नेताओं और अधिकारियों के साथ कनेक्शन का

सूत्रों के अनुसार भूपेंद्र सिंह इस गोदाम का किराया भी नहीं लेता था। गिरफ्तारी के डर से बचने के लिए भूपेंद्र ने खरखौदा पुलिस के सामने दो दिन पहले खुद सरेंडर किया है। इससे पहले दिन भूपेंद्र अपने चंडीगढ़ स्थित आवास से बच निकला था, लेकिन पुलिस को वहां से चार मोबाइल फोन, एक रेंज रोवर और नब्बे  लाख रुपये की नगदी मिली थी। एसआइटी इन चारों फोन अपने कब्जे में लेकर यह पता लगाएगी कि भूपेंद्र सिंह की किस-किस के साथ बात होती थी।

संपत्ति की जांच के लिए ईडी व आय-व्यय की जानकारी के लिए इनकम टैक्स को लिख रही सरकार

हरियाणा पुलिस ने अभी तक शराब तस्करी के इस मामले में चार अलग-अलग एफआइआर दर्ज की हैं। एक एफआइआर आबकारी एवं कराधान विभाग ने भी शराब चोरी की दर्ज कराई है। सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश हैं कि जब्त की हुई शराब को तीन माह की अवधि के बाद नष्ट करना होता है, लेकिन यह शऱाब नष्ट करने के बजाय लॉकडाउन के दौरान हरियाणा, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली तक सप्लाई की गई।

हरियाणा सरकार को दिल्ली, गुजरात, पंजाब, राजस्थान और यूपी में भी संपत्तियां होने की आशंका

इस मामले में पुलिस दो एसएचओ अरुण और जसबीर को निलंबित कर चुकी है। अरुण को गिरफ्तार किया जा चुका, जसबीर अभी फरार है। पांच पुलिस कॢमयों के विरुद्ध भी एफआइआर दर्ज है। सोनीपत पुलिस भूपेंद्र सिंह को रिमांड पर ले चुकी है। वहां के एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा की के अनुसार भूपेंद्र पर बड़ी कार्रवाई की तैयारी है।

सूत्रों के अनुसार अपने शराब के कारोबार को संचालित करने के लिए वह एसपी स्तर के अधिकारी को दस लाख और एसएचओ स्तर के अधिकारी को दो-दो लाख रुपये दिया करता था। निचले स्तर के पुलिसकॢमयों की शराब व कुछ पैसे से सेवा की जाती थी।

हरियाणा सरकार सूत्र बताते हैं कि भूपेंद्र सिंह की संपत्ति की जांच के लिए ईडी व आय-व्यय का हिसाब जानने के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को लिखा जा रहा है। ईडी भूपेंद्र सिंह की सात राज्यों में संपत्ति की भी जांच कर सकती है, क्योंकि सरकार को आशंका है कि जहां-जहां वह शराब की सप्लाई करता था, वहां-वहां भूपेंद्र सिंह की संपत्तियां हो सकती हैं, जिन्हेंं अटैच किया जा सकता है।


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