केंद्र में नौकरी के लिए फिट नहीं यहां के आइएएस, 40 चयनित अफसरों में नहीं बना सके जगह
केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए हरियाणा के आइएएस को और अधिक मेहनत की जरूरत है। चयनित 40 आइएएस में हरियाणा का एक भी जगह नहीं बना पाया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए हरियाणा के आइएएस अधिकारियों को और अधिक मेहनत की जरूरत है। देशभर से चयनित हुए 40 आइएएस अधिकारियों में हरियाणा का एक भी अधिकारी जगह नहीं बना पाया है। हरियाणा के 1990 बैच के छह आइएएस अधिकारियों को केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर सेवाएं देने को चयनित किया जाना था। 1987 बैच के आइएएस अधिकारियों के बाद यह दूसरा मौका है, जब आइएएस प्रतिनियुक्ति के लिए निर्धारित मानदंडों पर खरे नहीं उतरे हैैं।
केंद्र सरकार ने देश भर से अतिरिक्त सचिव स्तर के लिए 40 आइएएस का चयन किया है। सभी 1990 बैच के आइएएस हैैं। केंद्र के पैनल में शामिल होने के बाद अगर संबंधित अधिकारी चाहें तो केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर जा सकते हैं। उन पर इसके लिए कोई दबाव नहीं होता। केंद्र में जाने के लिए वही आइएएस आवेदन कर सकता है, जो चयनित हो। उसे मुख्य सचिव के माध्यम से केंद्र को आवेदन करना होता है।
हरियाणा काडर के 1990 बैच के आइएएस अधिकारियों में आनंद मोहन शरण, सुधीर राजपाल, सुमिता मिश्रा, अंकुर गुप्ता, अनुराग रस्तोगी और राजा शेखर वुंडरू का नाम शामिल है, लेकिन इनमें से किसी ने भी केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए जरूरी मानदंड पूरे करने में रुचि नहीं दिखाई।
हरियाणा के 1987 बैच के दो अधिकारियों को अतिरिक्त सचिव के तौर पर शामिल किया गया है। इनमें उद्योग तथा नागरिक उड्डयन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह व उच्च शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव ज्योति अरोड़ा के नाम शामिल हैैं।
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1989 बैच के आइएएस अधिकारी तरुण बजाज, आरके खुल्लर, टीवीएसएन प्रसाद का नाम पहले से ही केंद्र के पैनल में है। बजाज पीएमओ में एडिशनल सेक्रेटरी हैं और खुल्लर वर्तमान में सीएम के प्रधान सचिव पद पर कार्यरत हैं।
रजनी सेखरी बनेंगी सचिव, कौशल का केंद्र में जाने का रास्ता साफ
वरिष्ठ आइएएस अधिकारी रजनी शेखरी सिब्बल और आबकारी एवं कराधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल केंद्र में सचिव पद के लिए पैनल में शामिल हुए हैं। सिब्बल पहले से ही केंद्रीय गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव हैं। अब वे सचिव बन सकेंगी। संजीव कौशल भी सचिव पद पर केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर जाना चाहेंगे तो उनका रास्ता साफ है। कौशल सीएम के प्रधान सचिव भी रह चुके हैं।