हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज बोले- रोहिंग्या को चिन्हित कर निकाला जाएगा प्रदेश के बाहर
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का कहना है कि भारत कोई धर्मशाला नहीं कि जिसका दिल करे यहां बस जाए। हरियाणा में रोहिंग्या की लगातार बढ़ती संख्या पर सरकार ने संज्ञान लिया है। इन्हें प्रदेश से बाहर किया जाएगा।
जेएनएन, चंडीगढ़। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे मेवात (नूंह) में रोहिंग्या मुसलमानों की लगातार बढ़ती संख्या के मामले में प्रदेश सरकार सतर्क हो गई है। क्षेत्र मे लगातार रोहिंग्या मुसलमानों के आकर बसने की सूचनाओं पर संज्ञान लेते हुए हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि इस बारे मे जानकारी जुटाई जा रही है। इसके बाद यथोचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने दो टूक कहा कि निश्चित तौर पर भारत कोई धर्मशाला तो नहीं है कि जिसका दिल करे यहां पर आकर बस जाए और ठहरने लग जाए।
यह भी पढ़ें: पति लंदन तो पत्नी अमेरिका में, गुरुग्राम के दंपती को चाहिए मैरिज सर्टिफिकेट, हाई कोर्ट से मिली अनुमति
नूंह जिले में बड़ी संख्या में लोग रोहिंग्या मुसलमानों के शरणदाता बने हुए हैं, जिससे कानून व्यवस्था के साथ ही देश की सुरक्षा पर भी खतरा मंडराने लगा है। दैनिक जागरण ने दो दिन पूर्व यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया था। अनिल विज ने इस पर संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को मामले की तह में जाने के लिए कहा है। परिवार पहचान पत्रों के जरिये रोहिंग्या मुसलमानों की पहचान कर इन्हेंं प्रदेश से आसानी से निकाला जा सकेगा।
यह भी पढ़ें: पंजाब सरकार के कोरोना पर बड़े फैसले; कई पाबंदी लगाई, शादियों पर भी असर, शैक्षणिक संस्थाएं बंद
सरकारी आंकड़ों की मानें तो प्रदेश में करीब 700 परिवार रोहिंग्या मुसलमानों के हैं। अकेले नूंह जिले में ही दो हजार से अधिक रोहिंग्या मुसलमान हैं। हालांकि विश्व हिंदू परिषद का दावा है कि पूरे प्रदेश में इनकी संख्या लाखों में हैं। सबसे ज्यादा रोहिंग्या मुसलमान मेवात (नूंह), फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल और यमुनानगर जिलों में रहते हैं। आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर कार्ड बनवा चुके यह लोग आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं।
यह भी पढ़ें: पंजाब कैबिनेट में री-एंट्री पर नवजोत सिंह सिद्धू का शायराना अंदाज में खुलासा, ट्वीट कर कही बड़ी बात